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पूर्वी यूक्रेन में भीषण जंग, बड़े पैमाने पर बिजली सप्लाई ठप्प, पुतीन ने दी बड़ी चेतावनी
Dec ०९, २०२२ ११:०५यूक्रेन जंग में अब तक भारी तबाही हो जाने के बाद भी पश्चिमी देशों की ओर से यूक्रेन के लिए हथियारों की सप्लाई जारी है जो एक प्रकार से रूस को भड़काने की कोशिश है।
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अमरीका में मानवाधिकारों की स्थिति
Jul ०२, २०२२ १४:४५दोस्तो कार्यक्रम ... में आपका स्वागत है। ...और... का सलाम स्वीकार कीजिए। आज के कार्यक्रम में हम अमरीका में मानवाधिकारों के उल्लंघन के बारे में चर्चा करेंगे। संगीत*
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अमरीका में मानवाधिकारों की स्थिति
Jun २९, २०२२ १५:००ईरानी कैलेंडर में 27 जून से लेकर 3 जुलाई तक को अमरीकी मानवाधिकार सप्ताह का नाम दिया गया है। इसका कारण यह है कि अमरीकी अपराधों विशेष रूप से ईरानी जनता पर अमरीकी अत्याचारों को याद रखा जाए।
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अमरीकी मानवाधिकार पर विशेष कार्यक्रम
Jun २७, २०२२ १६:२९दोस्तो विशेष कार्यक्रम लेकर उपस्थित हैं जिसमें अमरीका की ओर से आतंकी संगठनों के समर्थन पर चर्चा की जाएगी।
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15 खुर्दाद को क्या हुआ था, उसके बारे में ईरानी संविधान में क्या लिखा है?
Jun ०५, २०२२ १३:४१संघर्ष एक ऐसी चीज़ है जिसमें धैर्य, प्रतिरोध और उसका जारी रहना बहुत ज़रूरी है। कोई भी संघर्ष धैर्य व प्रतिरोध के बिना सफल नहीं हो सकता।
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अनमोल रत्न
Jan ०२, २०२२ १५:२३जनरल सुलेमानी की दूसरी बर्सी पर विशेष कार्यक्रम 3 जनवरी 2020 की सुबह अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों और स्वतंत्र देशों की संप्रभुता की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए एक बड़ा अपराध किया। ट्रम्प के आदेश के मुताबिक़, अमरीकी ड्रोन विमानों ने बग़दाद एयरपोर्ट के निकट ईरान की इस्लामी क्रांति सेना आईआरजीसी की क़ुद्स ब्रिगेड के कमांडर जनरल क़ासिम सुलेमानी और इराक़ी स्वयं सेवी बलों के फ़्रंट हशदुश्शाबी के कमांडर अबू मेहदी अल-मोंहदिस को मिसाइल हमला करके शहीद कर दिया।
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अफ़ग़ानिस्तान में अमरीकी विफलता का मुख्य कारक, बाइडेन की टीम से बाहर
Oct २१, २०२१ १४:४१बाइडेन के आलोचकों के दबाव के कारण ख़लीलज़ाद को जाना पड़ा
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इलाक़े में विदेशियों ने मचाई है भारी तबाही, अरबों डाॅलर हुए ख़र्च फिर नहीं हुई शांति, इलाक़े में कैसे हो सकती है शांति
Sep ३०, २०२१ १४:३९अमेरिका ने पश्चिम एशिया में सैनिक हस्तक्षेप के लिए सात हज़ार अरब डॉलर यानी सात ट्रिलियन डालर खर्च किया परंतु उसका यह हस्तक्षेप क्षेत्र में अधिक अशांति व अस्थिरता का कारण बना।
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अफ़ग़ानिस्तान में ढेर हुआ एक और सुपर पावर
Aug ३१, २०२१ १५:४०अफ़ग़ानिस्तान में अमरीका और उसके घटकों की सैन्य उपस्थिति के दो दश्कों बाद आख़िरकार वर्चस्वादी सुपरपावर अमरीका यह देश छोड़ने पर मजबूर हो गया जबकि बीस साल पहले वह पूरी ताक़त से इस देश में घुसा था और वाइट हाऊस के अधिकारी भी क्षेत्रीय स्तर पर किसी भी देश को पश्चिम की ग़लत धारणा के नज़दीक नहीं कर सके।
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अमरीका-चीन के बीच जारी रस्साकशी में अमरीका बेबस नज़र आता है, दोनों देशों के रिश्तों पर एक ख़ास पेशकश
Apr ०४, २०२१ १७:२४अमरीका में जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद, उनके और उनके मंत्रीमंडल के सदस्यों के बयान व रवैये को देखने से, बीजिंग-वॉशिंग्टन के बीच तनाव के नए दौर के शुरू होने का पता चलता है।