ईरान के कुर्दिस्तान प्रांत में एक हज़ार 520 एतिहासिक वस्तुएं और स्थान हैं जिनमें प्राचीन अवशेष, प्राकृतिक गुफाएं, बेहद प्राचीन पेड़, चल-अचल विरासत, भूमिगत नहरें और प्राकृतिक स्थान शामिल हैं।
ईरान के 9 बाग़ युनेस्को की इंटरनैशनल हेरीटेज की सूची में शमिल हैं। यह बाग हैं पासारगाद, इरम, चेहेलसुतून, फ़ीन, अब्बासाबाद, शाज़दे, दौलताबाद, पहलवानपुर और अकबरिया बाग़।
तबरेज़ शहर क़ाजार शासनकाल में ईरान की राजधानी होने के अलावा प्राचीन व ऐतिहासिक शहरों की दृष्टि से ईरान का दूसरा बड़ा और ध्यान योग्य शहर था।
पहली ही नज़र में इस मकान की क़ाजारी काल की वास्तुकला शैली और उसका नाम ख़ानए मशरूते, हर देखने वाले का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है।
बेहशहर कैस्पियन सागर और गुरगान खाड़ी के उत्तर में स्थित है। यह शहर कैस्पियन सागर के तट तक फैला हुआ है और यहां की जलवायु संतुलित और आर्द्र है।
माज़न्दरान प्रांत का बाबुल शहर नींबू की तरह खट्टे फल नारंज और मिट्टी के सूखे बर्तनों के लिए प्रसिद्ध है। बाबुल माज़न्दरान प्रांत के प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण शहरों में से एक है। प्राचीन काल में इस शहर को मामतीर कहा जाता था और चौदहवीं शताब्दी में यहां के बाज़ारों में भारी रौनक़ और चहलपहल की वजह से यह बिक्री के केन्द्र या होल सेल सेन्टर के नाम से भी प्रसिद्ध था और 1933 में इसका नाम बदलकर बाबुल कर दिया गया।
ईरान के ख़ुरासाने रज़वी प्रांत का तुरबते हैदरिया इलाक़ा ज़ाफ़रान या केसर की पैदावार का केन्द्र है। तुरबते हैदरिये का क्षेत्रफल 53 वर्ग किलोमीटर है।
सेमनान ईरान के दो मुख्य राजमार्गों पर स्थित है। सेमनान प्रांत उत्तरी, दक्षिणी, पूर्वी एवं ईरान के पश्चिमी इलाक़ों के राजमार्गों पर स्थित होने की वजह से बहुत पहले से से ही महत्वपूर्ण रहा है।
ख्वाजा शमसुद्दीन मुहम्मद शीराज़ी या हाफ़िज़ शीराज़ी का जन्म 1315 ईसवी में हुआा था और 1390 में उनका देहान्त हो गया।
ईरान के केन्द्र में स्थित शीराज़ शहर के वकील बाज़ार ईरानी इतिहास में अत्यधिक मशहूर पारंपरिक बाज़ारों में से एक है।