जन्नतुल हैदरी उस क्षण के बारे में कहती हैं जब मैं होश में आयी तो धीरे- धीरे ऑपरेशन का दर्द महसूस करने लगी
संसार में ऐसे बहुत से न्यायप्रिय एवं जागरूक विद्वान गुज़रे हैं जिन्होंने जैसे ही पवित्र क़ुरआन के चमत्कार को देखा, उसे स्वीकार करके वे मुसलमान हो गए।