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वीडियो रिपोर्टः ब्रिटेन में लहराया ईरान का राष्ट्रीय ध्वज, इमाम ख़ुमैनी के बारे में ब्रिटिश युवा महिला बुद्धिजीवि ने कही ख़ास बात
Feb १२, २०२२ २०:१५… ईरान की इस्लामी क्रांति की सफलता की 43वीं वर्षगांठ के मौक़े पर जहां पूरा ईरान जश्न में डूबा है वहीं दुनिया के कोने-कोने में 11 फ़रवरी शुक्रवार के दिन ईरान का राष्ट्रीय ध्वज पूरी शान फहराया गया। इस्लामी क्रांति की सफलता की 43वीं वर्षगांठ के मौक़े पर ब्रिटेन में भी एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें वहां रहने वाले ईरानियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया, वहीं इस्लामी क्रांति के प्रति विशेष श्रद्धा रखने वाले भी भारी तादाद में उपस्थित रहे, कार्यक्रम में भाग लेने वाले वरिष्ठ ...
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ईरान की इस्लामी क्रांति ने मुस्लिम महिलाओं को क्या दिया?
Feb ०९, २०२२ १६:२२12 बहमन वर्ष 1357 हिजरी शमसी अर्थात एक फरवरी 1979 ईसवी को इस्लमी क्रांति के संस्थापक स्वर्गीय हज़रत इमाम ख़ुमैनी पंद्रह साल के निर्वासन के बाद ईरान लौटे और ईरानी जनता ने उनका अभूतपूर्व और हार्दिक स्वागत किया।
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वीडियो रिपोर्टः आज ईरान की वायु सीमा क्यों है इतनी सुरक्षित, क्या आपको इसकी वजह पता है? स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी से किया वादा आज भी ईरानी जियाले आसमान में निभा रहे हैं!
Feb ०८, २०२२ १९:१०09 फरवरी, 1979 को केहान अख़बार के पहले पन्ने पर इमाम ख़ुमैनी के साथ वायु सेना द्वारा किए गए वफ़ादारी के संकल्प की एक तस्वीर के प्रकाशित होते ही यह तय हो गया था कि तानाशाह पहलवी शासन की उलटी गिनती शुरू हो गई है ... इस्लामी क्रांति के संस्थापक स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी (र.ह) के साथ वायु सेना द्वारा वफ़ादारी का संकल्प महान क्रांति की जीत में एक प्रभावी क़दम था ... वायु सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि पहलवी शासन के समय वायु सेना के जवान जब ट्रेनिंग के लिए अमेरिका जाया करते थे तो वे ...
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वीडियो रिपोर्टः कौन है तुर्की में मौजूद ख़ुमैनी? इमाम ख़ुमैनी से उसका क्या है संबंध? आधी सदी बीत जाने के बाद आज भी रौशन है इस्लामी क्रांति का दीपक
Feb ०७, २०२२ १८:३६… इमाम ख़ुमैनी (र.ह) की निर्वासन के समय पहली मंज़िल तुर्की की राजधानी अंकारा का केंद्रीय इलाक़ा थी, 57 साल पहले अंकारा के केंद्र में स्थित उलूस स्क्वायर पर मौजूद अंकारा पैलेस होटल में इमाम ख़ुमैनी देश निकाला के बाद रुके, इमाम ख़ुमैनी ने कुछ दिनों तक अंकारा पैलेस में रुकने के बाद दक्षिण पश्चिम तुर्की के बूरसा शहर की यात्रा की ताकि वहां वह निर्वासन के 9 महीने बीता सकें। उनकी कुछ दिनों और कुछ महीनों की यह यात्रा आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतरीन मिसाल बन गई है जिससे वह बहुत कुछ सीख सकते हैं।
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ईरान का इस्लामी इंक़ेलाब, क़ुरआनी आंदोलन का नया जीवन
Feb ०३, २०२२ १५:३८क़ुरआन सर्वोत्तम साधन है इस्लाम को समझने का। यह ग्रंथ अन्य धार्मिक शिक्षा स्रोतों की भांति इंसान के व्यक्तिगत जीवन और उपासना पद्धति में सहारा देने के साथ ही राजनैतिक और सामाजिक विषयों में भी समाज का फ़्रेमवर्क तय करती है।
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स्वतंत्रता प्रभात-4
Feb ०२, २०२२ १२:११इस्लामी क्रांति से पहले नई पीढ़ी को भ्रष्टाचार की ओर ले जाने के लिए बहुत से कार्यक्रम चलाए जा रहे थे।
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राष्ट्रपति रईसी ने दी राष्ट्रपिता की मज़ार पर हाज़िरी
Feb ०२, २०२२ ११:१८राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी अपने मंत्रीमण्डल के साथ देश के राष्ट्रपिता की मज़ार पर उपस्थित हुए।
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इमाम ख़ुमैनी की स्वदेश वापसी का दिन है ग्यारह फरवरीः रिपोर्ट
Feb ०१, २०२२ २०:०१14 वर्षों के निर्वासन के बाद ग्यारह फरवरी को स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी ईरान वापस आए थे।
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ईरान की वह क्रांति जिसने दुनिया का रुख़ ही बदल दिया, अल्लाह के नेक बंदे इमाम ख़ुमैनी ने किस तरह दुनिया की धारा बदल दी?
Feb ०१, २०२२ १६:४९स्वर्गीय इमाम खुमैनी रह. 14 वर्ष तीन महीने देश से दूर रहने के बाद 12 बहमन 1357 हिजरी शमसी को स्वदेश वापस आये थे।
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ईरान में क्रांति की वर्षगांठ के जश्न शुरु, सुप्रीम लीडर की इमाम ख़ुमैनी के मज़ार पर हाज़िरी, 43 साल पहले ईरानियों ने इमाम ख़ुमैनी का किया भव्य स्वागत+ फ़ोटोज़
Jan ३१, २०२२ १६:३९इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने स्वतंत्रता प्रभात के आगमन के अवसर पर स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह के मज़ार पर उन्हें श्रद्धांजलि पेश की। इसी मध्य स्वतंत्रता प्रभात के कार्यक्रम कोरोना प्रोटोकोल की प्रतिबद्धता के साथ पूरे जोश व उत्साह के साथ मनाने का एलान किया गया है।