Pars Today
चीन के सरकारी मीडिया ने सीमा पर होने वाली झड़प को ज़्यादा महत्व नहीं दिया लेकिन भारतीय मीडिया ने 20 भारतीय सैनिकों की मौत पर चीन को करारा जवाब देने की मांग की।
भारत ने चीन को ख़बरदार किया है कि गलवान घाटी के इलाक़े के बारे में अपनी संप्रभुता के ग़ैर वास्तविक और निराधार दावे करने से परहेज़ करे।
भारत-चीन के बीच, चार दशकों से ज़्यादा समय तक ताक़त के प्रदर्शन और छोटी मोटी धक्का-मुक्की के बाद, सीमा विवाद ने एक बार फिर घातक रूप ले लिया।
वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन और भारत के बीच गतिरोध एक अजीब बिंदु पर पहुंच गया है। चीन की कोशिश यह है कि इस समय उसके सैनिक जिन जगहों पर तैनात हैं वहां से उन्हें हटना न पड़े और भारत इस स्थिति में बदलाव की कोई कोशिश न करे।
कोरोना के जारी क़हर के बीच, भारत-चीन सीमा पर तनाव अपने चरम पर, राहुल के चैलेंज के बाद मोदी ने तोड़ी चुप्पी, दिल्ली से शमशाद काज़मी की रिपोर्ट
पूर्वी लद्दाख़ में भारत-चीन सैनिकों के बीच हिंसक झड़पों के बाद चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से टेलीफ़ोनी वार्ता में हालिया मुद्दे पर विचार विमर्श किया।
सीमा पर भारी तनाव के दौरान चीन के विदेश मंत्री और भारत के विदेशी मामलों के मंत्री के बीच टेलीफ़ोन पर वार्ता हुई है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि चीनी सैनिकों के साथ झड़पों में मारे गये भारतीय सेना के जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी।
भारत की सुरक्षा एजेन्सियों ने सरकार से चीन के 52 मोबाइल एप्लिकेशन को ब्लॉक करने की मांग की है।
लद्दाख़ की गालवान घाटी में सोमवार को भारतीय और चीनी फ़ौजियों के बीच झड़प के बाद बने हालात पर चर्चा के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलायी है।