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आतंकी गुटों के निशाने पर आख़िर क्यों रहते हैं शिया मुसलमानों के पवित्र स्थल और धार्मिक हस्तियां? वजह जानकर आपको भी होगी हैरानी!
Aug १४, २०२३ १९:१५हर सुबह मीडिया के माध्यम से मिलने वाले समाचारों में आतंकी हिंसा के बारे में कोई बुरी ख़बर ज़रूर होती है। शायद ही कोई दिन ऐसा गुज़रता है जिस दिन दुनिया के किसी न किसी हिस्से में किसी न किसी आतंकी घटना में लोगों की बलि न चढ़ती हो। दरअसल आतंकवाद, युद्ध का एक नया रूप हो गया है जो किसी सीमा को नहीं मानता और जिसका कोई स्पष्ट चेहरा भी नहीं होता। यह आतंकवाद आधुनिक तकनीक के साथ जुड़कर दुनिया में क़हर बरपा कर रहा है। साथ ही दुनिया में सबसे ज़्यादा आतंकवाद की अगर कोई बलि चढ़ा है तो वह हैं शिया मुसलमान।
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हुसैनियों ने बनाया नया रिकॉर्ड, आशूरा में यह हाल है तो अरबईन में क्या होगा? +वीडियो
Jul ३०, २०२३ १५:५२इराक़ी संसद सेवा आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा है कि 10 मुहर्रम को एक करोड़ 60 लाख इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के अज़ादारों ने पवित्र नगर कर्बला में प्रवेश किया। जो अपने आप में एक नया रिकॉर्ड है।
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आशूरा का दिन, इमाम हुसैन (अ) के क़ब्र की मिट्टी, जो देखते ही देखते ख़ून में बदल गई+ वीडियो
Jul २९, २०२३ १९:१०इस समय पूरी दुनिया हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके वफ़ादार साथियों के ग़म में डूबी हुई है। कहीं शुक्रवार तो कहीं शनिवार को मोहर्रम की दस तारीख़ थी। इराक़, भारत और पाकिस्तान समेत कई देशों में 29 जुलाई को आशूरा मनाया जा रहा है।
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आशूरा के मौक़े पर भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने फिर किया इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम को याद
Jul २९, २०२३ १८:४७भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आशूरा के अवसर पर पैग़म्बरे इस्लाम (स) के प्राण प्रिय नवासे और मानवता के ध्वजवाहक हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के बलिदान को याद किया।
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वीडियो रिपोर्टः कश्मीर में दस मोहर्रम का निकला जुलूस, उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने दी कर्बला के शहीदों को श्रद्धांजलि
Jul २९, २०२३ १८:२७भारत प्रशासित कश्मीर में तीन दशकों के बाद मोहर्रम के जुलूसों पर से हटी पाबंदियों ने इस क्षेत्र के अज़ादारों को खुलकर इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का शोक मनाने की आज़ादी दी है, वहीं जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल ने भी आशूरा के जुलूस में भाग लिया और कर्बला वालों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं श्रीनगर से हमारे संवादादाता सिब्ते मोहम्मद हसन।
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सीरिया में सैयदा ज़ैनब इलाक़े में यज़ीदियों का हमला, 26 शहीद और घायल+ वीडियो
Jul २८, २०२३ ०९:०५कर्बला की हृदयविदारक घटना को 1400 साल से ज़्यादा का समय बीत रहा है, लेकिन आज तक इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके वफ़ादार साथियों को शहीद करने वाले यज़ीदी कर्बला का ग़म मनाने वाले हुसैनियों के ख़ून के प्यासे हैं। जब भी मौक़ा मिलता है यज़ीदी नस्ल के आतंकी इमाम हुसैन के श्रद्धालुओं को अपने आतंक का निशाना बना लेते हैं।
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वीडियो रिपोर्टः जैसे-जैसे आशूरा नज़दीक आ रहा है दिल की धड़कनें तेज़ हो रही हैं, पूरी दुनिया में हुसैनियों की क्रांति
Jul २७, २०२३ २१:१२पवित्र नगर कर्बला से प्राप्त रिपोर्टों में यह बताया गया है कि इस समय पवित्र नगर कर्बला इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की श्रद्धालुओं से झलक रही है। अरबईन से पहले इतनी बड़ी संख्या में कर्बला में हुसैनियों की उपस्थिति अपने आप में एक नया रिकॉर्ड है, वहां मौजूद लोगों का कहना है कि ऐसा महसूस हो रहा है कि जैसे पूरी दुनिया में हुसैनियों ने इंक़ेलाब बरपा कर दिया हो। रिपोर्टों के मुताबिक़ जैसे-जैसे मोहर्रम की तारीख़े गुज़र रही हैं और आशूरा का दिन नज़दीक आ रहा है वैसे-वैसे पवित्र नगर कर्बला में ...
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मोहर्रम- कर्बला वालों की याद-1
Jul २४, २०२३ १४:४४दोस्तो जैसाकि आप जानते हैं कि मोहर्रम का महीना आ चुका है। इस महीने की पहचान पैग़म्बरे इस्लाम (स) के प्राणप्रिय नवासे हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके वफ़ादार साथियों के नाम से है।
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वैश्विक साम्राज्यवाद और अत्याचार के ख़िलाफ़ डटकर खड़े रहेंगे: अंसारुल्लाह प्रमुख
Jul २०, २०२३ १७:१४यमन के लोकप्रिय जनांदोलन अंसारुल्लाह के प्रमुख सैयद अब्दुल मलिक बद्रुद्दीन अलहौसी ने घोषणा की है कि यमनी राष्ट्र, राष्ट्रीय स्तर पर एकता और सर्वसम्मति हासिल करना, अपनी रक्षा क्षमता में वृद्धि और संस्थानों में सुधार के कार्यों को लगातार जारी रखेगा।
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वीडियो रिपोर्टः इमाम हुसैन (अ) के चाहने वाले हमेशा अपमानजनक जीवन पर सम्मानजनक मौत को प्राथमिकता देते हैं, मोहर्रम के आते ही दमिश्क़ ग़म में डूबा
Jul १८, २०२३ १४:३५मोहर्रम महीने और सीरिया का बहुत ही ख़ास संबंध है, जैसे मोहर्रम आरंभ होते ही इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चाहने वालों की नज़रें हर समय कर्बला की ओर रहती है वैसे ही सीरिया का दमिश्क़ भी हज़रत ज़ैनब (स) की यादों से ताज़ा हो जाता है। मोहर्रम का महीना आते ही दमिश्क़ का वातावरण बिल्कुल अलग ही देखने को मिलता है ... एक सीरियाई युवक का कहना है कि हम हर साल इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के नाम की सबील लगाते हैं ... एक अन्य अज़ादार का कहना है कि हम इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चाहने वाले हैं, सच का साथ देने और ...