जेएनयू से उठी बाबरी मस्जिद बनाए जाने की मांग
दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी, जेएनयू में 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद के बनाए जाने की मांग की गई।
6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद तोड़े जाने और बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि के अवसर पर जेएनयू छात्र संघ की ओर से बाबरी मस्जिद के दोबारा बनाए जाने की मांग की गई।
भारतीय संचार माध्यमों के अनुसार जेएनयू छात्र संघ के उपाध्यक्ष का कहना है कि जब सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि बाबरी मस्जिद को गिराया जाना ग़लत था तो फिर वहां पर मंदिर बनाने का फैसला क्यों दिया गया
साकेत मून का कहना था कि यह फैसला ग़लत था और इंसाफ होना चाहिए। मून ने कहा कि अब इंसाफ़ यही होगा कि बाबरी मस्जिद को गिराने वालों को दंडित किया जाए और बाबरी मस्जिद का निर्माण फिर से कराया जाए। उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद को गिराया जाना जब अन्याय था तो इसे तभी दूर किया जा सकता है जब बाबरी मस्जिद का निर्माण कराया जाए।
ज्ञात रहे कि 6 दिसंबर 1992 को कुछ अतिवादी हिंदुओं ने अयोध्या में स्थित बाबरी मस्जिद को गिरा दिया था जिसके बाद भारत में दंगे फूट पड़े थे। इन सांप्रदायिक दंगों में बहुत बड़ी संख्या में लोग मारे गए थे।
6 दिसंबर को कुछ कट्टरपंथी संगठन 6 शौर्य दिवस के रूप में मनाते हैं जबकि मुसलमान इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाते हैं।
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