दुनिया के वैज्ञानिक वर्ग में ईरान के 2,500 शोधकर्ताओं की मौजूदगी
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पार्स टुडे – दुनिया के शीर्ष 2 प्रतिशत शोधकर्ताओं की नवीनतम सूची के प्रकाशन के साथ 2,500 से अधिक ईरानी शोधकर्ता दुनिया के सबसे प्रभावशाली शोधकर्ताओं में शामिल हो गए हैं।
(last modified 2025-10-16T11:03:07+00:00 )
Oct १५, २०२५ १५:२८ Asia/Kolkata
  • दुनिया के वैज्ञानिक वर्ग में ईरान के 2,500 शोधकर्ताओं की मौजूदगी
    दुनिया के वैज्ञानिक वर्ग में ईरान के 2,500 शोधकर्ताओं की मौजूदगी

पार्स टुडे – दुनिया के शीर्ष 2 प्रतिशत शोधकर्ताओं की नवीनतम सूची के प्रकाशन के साथ 2,500 से अधिक ईरानी शोधकर्ता दुनिया के सबसे प्रभावशाली शोधकर्ताओं में शामिल हो गए हैं।

ईरानी शोधकर्ताओं की शीर्ष 2% सूची में मौजूदगी

 

हर साल स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की एक टीम स्कोपस डेटाबेस और "एल्सिवियर" प्रकाशनों का उपयोग करके दुनिया के शोधकर्ताओं की सूची प्रकाशित करती है जिसे "शीर्ष 2 प्रतिशत शोधकर्ता" के नाम से जाना जाता है। इस सूची का उद्देश्य उन शोधकर्ताओं की पहचान और परिचय कराना है जिनके वैज्ञानिक कार्यों पर सबसे अधिक प्रतिक्रिया जताई गयी है और उनके वैज्ञानिक कार्यों का हवाला दिया गया है।

 

इस शोध टीम द्वारा हर साल दो प्रकार की "शीर्ष 2 प्रतिशत" शोधकर्ताओं की सूचियाँ प्रकाशित की जाती हैं:

 

एक वर्षीय प्रदर्शन सूची – यह सूची एक वर्ष में शोध के प्रभाव के आधार पर तैयार की जाती है।

 

दीर्घकालीन सेवा प्रदर्शन सूची – यह सूची शोधकर्ता के पूरे शैक्षणिक करियर की उपलब्धियों का विश्लेषण करती है और उनके दीर्घकालीन प्रभाव को दर्शाती है।

 

2025 की नवीनतम सूची में 236,313 शीर्ष शोधकर्ताओं में से 2,533 ईरानी शोधकर्ता एक वर्षीय प्रदर्शन के आधार पर शामिल हैं। पिछले साल की तुलना में ईरानी शोधकर्ताओं की संख्या में 207 की वृद्धि हुई है।

 

वहीं दीर्घकालीन सेवा प्रदर्शन सूची में 230,333 शोधकर्ता शामिल हैं, जिनमें 1,201 ईरानी शोधकर्ता हैं। इस सूची में भी पिछले साल की तुलना में 183 ईरानी शोधकर्ताओं की संख्या बढ़ी है। पांच वर्षों के रुझान से यह स्पष्ट होता है कि ईरानी शीर्ष शोधकर्ताओं की संख्या लगभग तीन गुना बढ़ गई है।

 

शीर्ष 2 प्रतिशत शोधकर्ताओं का चयन कैसे होता है?

 

इस रैंकिंग में प्रत्येक शोधकर्ता के लिए एक संयुक्त सूचकांक C-स्कोर गणना की जाती है जिसमें कुल उद्धरणों की संख्या H-इंडेक्स, उन लेखों के उद्धरण जिनमें शोधकर्ता पहला, अंतिम या एकमात्र लेखक है, सहित छह विभिन्न मानदंड शामिल हैं।

 

फिर उन शोधकर्ताओं को सूची में शामिल किया जाता है जो अपने विशेषज्ञता क्षेत्र में शीर्ष 2 प्रतिशत में आते हैं और 100,000 शीर्ष शोधकर्ताओं में C-स्कोर के आधार पर भी उच्च स्थान रखते हैं।

 

इस सूचकांक में शोधकर्ताओं को केवल लेखों की संख्या या केवल उच्च उद्धरणों के आधार पर रैंक नहीं किया जाता, बल्कि इन मानदंडों का संयोजन उपयोग किया जाता है। इसलिए, ऐसा शोधकर्ता जिसकी प्रकाशित लेखों की संख्या कम हो लेकिन जिनके लेखों को अधिक उद्धरण मिले हों, वह C-स्कोर में अधिक अंक प्राप्त कर सकता है। mm