पाकिस्तानी मीडिया: ट्रंप की गज़ा योजना विफल होगी
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पार्स टुडे - एक पाकिस्तानी प्रकाशन ने सोमवार को कई कारणों का हवाला देते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गज़ा युद्ध को समाप्त करने की शांति योजना विफल होने वाली है।
(last modified 2025-10-16T11:03:04+00:00 )
Oct १५, २०२५ १३:२६ Asia/Kolkata
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    पाकिस्तानी मीडिया: ट्रंप की गज़ा योजना विफल होगी

पार्स टुडे - एक पाकिस्तानी प्रकाशन ने सोमवार को कई कारणों का हवाला देते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गज़ा युद्ध को समाप्त करने की शांति योजना विफल होने वाली है।

पार्स टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी मीडिया 'डॉन' ने "ट्रंप की गज़ा योजना क्यों विफल होगी" शीर्षक वाले एक लेख में लिखा कि इस योजना के लक्ष्यों में "ज़ायोनी कब्जे को मजबूत करना, रंगभेद को संस्थागत बनाना और राजनयिक आवरण के तहत नरसंहार को वैध बनाना शामिल है"।

 

पाकिस्तानी विश्लेषक 'एजाज़ हैदर' ने स्पष्ट किया कि "ट्रंप की योजना के सफल होने की संभावना नहीं है। पहला, यह योजना ऐतिहासिक अनुभवों के विपरीत है। दूसरा, गज़ा युद्ध की प्रकृति और उससे जुड़े कई संघर्षों को इस योजना में समझा नहीं गया है। तीसरा, यह ज़ायोनी शासन के उन अधिकारियों के रवैये को नजरअंदाज करती है जो इस युद्ध को जारी रखना चाहते हैं और उनके विचार में गज़ा का कोई भी व्यक्ति निर्दोष नहीं है। चौथा, ज़ायोनी शासन कभी भी फिलिस्तीन राज्य के गठन की अनुमति नहीं देगा, जिसके चलते इस शासन की संसद ने जुलाई 2024 में फिलिस्तीन स्टेट के विचार को खारिज कर दिया और इसे अपने अस्तित्व के लिए खतरा बताया। और पांचवां, तीसरे और चौथे बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए यह निष्कर्ष निकाला जाता है कि ज़ायोनी शासन को शांति में कोई दिलचस्पी नहीं है।

 

इस पाकिस्तानी विश्लेषक की राय में, ज़ायोनी शासन ने गज़ा में "जातीय सफाई को अपना सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य बनाया है और नरसंहार इस लक्ष्य तक पहुंचने का एक साधन है। ट्रंप की पिछली नीतियों और कार्यों के इतिहास को देखते हुए, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि उनके फैसले अधिक अस्थिरता पैदा करने वाले कारक होंगे, न कि अधिक स्थिरता लाने वाले"।

 

पाकिस्तानी मीडिया 'डॉन' ने आगे ट्रंप की पहली राष्ट्रपति पद की अवधि के दौरान हुई 'अब्राहम समझौतों' नामक योजना का जिक्र करते हुए लिखा, स्पष्ट रूप से इन समझौतों ने केवल अधिकृत फिलिस्तीनी क्षेत्रों में ज़ायोनियों की हिंसा बढ़ाने को ही आसान बनाया है। (AK)

 

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