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नेपोलियन से ट्रम्प तक, तानाशाह खुद को ही पदक देते हैं!
Dec ०८, २०२५ १४:३६पार्स टुडे: अमेरिकी राष्ट्रपति को पहला फीफा शांति पुरस्कार दिए जाने पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के उपयोगकर्ताओं ने व्यापक प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
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अमेरिका की नई राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति: नए शब्दों में वाशिंगटन के आधिपत्यवादी रुख की पुनरावृत्ति
Dec ०७, २०२५ १७:४९पार्स टुडे - अमेरिका का नया राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति दस्तावेज़ जारी किया गया है, जिसमें वाशिंगटन के आधिपत्यवादी रुख को एक नई भाषा के साथ दोहराया गया है।
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फीफा का ट्रंप को शांति पुरस्कार, पहल या राजनीतिकरण?
Dec ०७, २०२५ १७:४७पार्स टुडे – फीफा विश्व कप 2026 के ड्रॉ समारोह में, डोनाल्ड ट्रंप को एक नया "फीफा शांति पुरस्कार" प्रदान किया गया, जिसकी तुरंत तीखी आलोचना हुई, फीफा के इस फैसले को ट्रंप के साथ राजनीतिक और आर्थिक संबंध मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा गया और कई लोगों ने इसे "खुली चापलूसी" बताया।
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अमेरिकी जनता का बहुमत ईरान के खिलाफ अमेरिकी सैन्य कार्रवाई का क्यों विरोध कर रहा है?
Dec ०७, २०२५ १७:२२पार्स टुडे – अमेरिकी जनता के बहुमत ने ट्रंप प्रशासन की ईरान के खिलाफ हाल की सैन्य कार्रवाई का विरोध किया है।
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ट्रंप की अन्य देशों पर हमले की धमकी, अंतरराष्ट्रीय मंच पर वाशिंगटन 'जंगल के कानून' का पालक क्यों है?
Dec ०५, २०२५ १३:४७पार्स टुडे - ट्रंप ने मादक पदार्थों की तस्करी के बहाने देशों को हमले की धमकी दी।
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कोलंबिया के राष्ट्रपति का ट्रंप को चेतावनी, क्या तनावों का एक नया अध्याय शुरू हो रहा है?
Dec ०४, २०२५ १५:४५पार्स टुडे – कोलंबिया के राष्ट्रपति ने अमेरिकी राष्ट्रपति को चेतावनी दी है कि वे उनके देश की संप्रभुता पर हमला न करें।
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होंडुरास के राष्ट्रपति चुनावों में ट्रंप का हस्तक्षेप, क्या मकसद है?
Nov ३०, २०२५ १८:४६30 नवंबर को होने वाले चुनावों से ठीक पहले, होंडुरास भीषण प्रतिस्पर्धा, धांधली के आरोप, राजनीतिक तनाव और अमेरिका के खुले हस्तक्षेप का सामना कर रहा है। ये चुनाव इस देश के आर्थिक और सुरक्षा भविष्य, और शायद मध्य अमेरिका में विदेशी प्रभाव के संतुलन को बदल सकते हैं।
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अमेरिका, दिखावटी ताकत से लेकर आंतरिक कमजोरी तक
Nov २७, २०२५ १४:३०पार्स टुडे - एक समाचार-विश्लेषण वेबसाइट ने लिखा है कि व्हाइट हाउस की ताकत के दिखावे के पीछे, अमेरिका की संरचनात्मक कमजोरियां पहले से कहीं अधिक स्पष्ट हो गई हैं।
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क्या अमेरिका एक लोकतंत्र है या अरबपतियों का गणतंत्र?
Nov २५, २०२५ १७:५४पार्स टुडे - जहां एक सदी पहले अमेरिकी चुनावों में आने वाला सिर्फ 0.25 प्रतिशत पैसा सौ सबसे अमीर लोगों की जेब से आता था, वहीं आज संघीय चुनावी खर्चों में हर 13 डॉलर में से 1 डॉलर सीधे अरबपतियों के खातों से आता है। वाशिंगटन पोस्ट ने इस बदलाव को "अरबपतियों द्वारा अमेरिकी राजनीति का अधिग्रहण" करार दिया है।
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न्यूज़ | अराक़ची: हम बातचीत और एक सही समझौते के लिए तैयार हैं / साउथ अफ्रीक़ा ने US से कहा: किसी भी देश को धमकाने की इजाज़त नहीं है
Nov २१, २०२५ १४:५५ईरान के विदेश मंत्री ने इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ ईरान के अमेरिका के साथ बातचीत करने पर सहमति जताते हुए कहा: “हमने 12 दिन के युद्ध के दौरान कई सबक़ सीखे और अब हम इस युद्ध से भी ज़्यादा तैयार हैं।”