चीन-नेपाल सैन्य अभ्यास पर भारत ने जतायी चिंता
भारत के रक्षा व सैन्य अधिकारियों ने बीजिंग-काठमांडो के संयुक्त सैन्य अभ्यास के आयोजन पर चिंता जतायी है। यह सैन्य अभ्यास फ़रवरी में आयोजित होने वाला है जिसका शीर्षक ‘प्रतिकार’ है।
चीन-नेपाल संयुक्त सैन्य अभ्यास के बारे में भारतीय अधिकारियों की चिंता के जवाब में नेपाल में भारत के राजदूत दीप उपाध्याय ने कहा कि इस अभ्यास से नई दिल्ली-काठमांडो संबंध प्रभावित नहीं होंगे।
उन्होंने कहा कि चीन-नेपाल का यह सैन्य अभ्यास छोटे स्तर पर आयोजित हो रहा है। बीजिंग-काठमांडो ने बंधक व आतंकवादी हमलों से संघर्ष को संयुक्त सैन्य अभ्यास का लक्ष्य एलान किया है।
ग़ौरतलब है कि नई दिल्ली, नेपाल के पूर्व प्रधान मंत्री के पी शर्मा ओली के समय से काठमांडो के साथ संबंध में आयी खटास को दूर करने की कोशिश कर रहा है।
नई दिल्ली-काठमांडो के संबंध नेपाल के संविधान पर मधेसियों की आपत्ति और इसमें सुधार की मधेसियों की मांग को नई दिल्ली की ओर से समर्थन के कारण प्रभावित हुए थे।
नेपाल के संविधान में सुधार की मांग को लेकर मधेसियों ने भारत से मिली नेपाल की सीमा को लगभग 5 महीने बंद रखा था जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार रुक गया था। इस बंद के कारण नेपाल में ईंधन व वस्तुओं की बहुत कमी हो गयी थी। (MAQ/N)