पश्चिम एशिया में हम विदेशी सैनिकों के विरोधी हैंः ईरान
ईरान ने स्पष्ट कर दिया है कि वह पश्चिम एशिया में हर प्रकार के विदेशी सैन्य उपस्थितिथि का विरोध करता है।
ईरान के विदेश उपमंत्री अब्बास इराक़ची ने कहा कि अमरीका की नीति, पश्चिम एशिया में तनाव फैलाने पर आधारित है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में विदेशी सैनिकों की उपस्थिति, किसी भी स्थिति में क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता स्थापित नहीं कर सकती। अब्बास इराक़ची ने टोक्यो में जापानी टीवी चैनेल एनएचके से बात करते हुए कहा कि ईरान, जापान की उस योजना का विरोध करता है जिसके अन्तर्गत जहाज़ों की तथाकथित सुरक्षा के नाम पर वह अपने सैनिक भेजना चाहता है।
ईरान के विदेश उपमंत्री ने जापान के प्रधानमंत्री के साथ अपनी भेंट का उल्लेख करते हुए कहा कि पश्चिमी एशिया में जापानी सैनिकों की उपस्थिति के संबन्ध में हमने ईरानी की नीति से आबे शिन्ज़ो को अवगत करवा दिया है। उन्होंने इसी के साथ हुरमुज़ शांति योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि ईरान फ़ार्स की खाड़ी और हुरमुज़ जलडमरू मध्य की सुरक्षा के उद्देश्य से उन सभी देशों से इस योजना के समर्थन का आह्वान करता है जो फ़ार्स की खाड़ी और हुरमुज़ जलडमरू मध्य के परिवर्तनों से प्रभावित होते हैं। उन्होंने अपने संबोधन के दूसरे भाग में जेसीपीओए के संदर्भ में कहा कि प्रतिबंधों के हटाए जाने की स्थिति में ईरान, परमाणु समझौते को पूरी तरह से लागू करने के लिए तैयार है।