ईरान की बरकत वैक्सीन डेल्टा के लिए भी प्रभावी, पाबंदियों को पैरों तले रौंदता ईरान
तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंस ने कहा है कि ताज़ा हुए अध्ययनों से पता चला है कि "कोवो ईरान बरकत" वैक्सीन डेल्टा वैरिएंट पर भी प्रभावशाली है।
समाचार एजेंसी इर्ना की रिपोर्ट के मुताबिक़, तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंस के प्राध्यापक सदस्य और कोवो ईरान बरकत वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल के सुपरवाइज़र मोहम्मद रज़ा सालेही ने कहा है कि न्यूट्रलाइज़ेशन टेस्ट (cVNT) में डेल्टा वैरिएंट पर "कोवो ईरान बरकत" वैक्सीन का असर देखा गया है। सालेही ने बताया कि वे लोग जिन्होंने कोवो ईरान बरकत वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज़ ले ली है उनके अंदर ऐसी एंटीबॉडी विकसीत हुई है जो डेल्टा वैरिएंट पर प्रभावशाली है।
तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंस के प्राध्यापक सदस्य ने बताया कि ईरान की पहली कोरोना वैक्सीन ने ब्रिटिश और दक्षिण अफ़्रीक़ी वेरिएंट को पहले ही हरा दिया था, जिसका हम एक लेख तैयार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर वैक्सीन के उत्पादन की प्रक्रिया गति ला रहे हैं। ग़ौरतलब है कि इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामनेई ने भी कोवो ईरान बरकत वैक्सीन की डोज़ ली है। उन्होंने बरकत वैक्सीन लगवाने के बाद उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया था कि जिनकी कोशिशों से यह राष्ट्रीय गौरव हासिल हुआ। उन्होंने कहा था कि “शुरू से ही ग़ैर ईरानी टीका लगवाने में मेरी रूचि नहीं थी। इसलिए मैंने कहा कि ईरानी टीके के तय्यार होने का इंतेज़ार करूंगा ताकि इस राष्ट्रीय गौरव का सम्मान हो और जब देश के भीतर इलाज और पूर्व रोकथाम की सुविधा है, तो क्यों न उससे फ़ायदा उठाएं।”
उल्लेखनीय है कि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों द्वारा ईरान पर ग़ैर क़ानूनी और अमानवीय प्रतिबंधों के बावजूद ईरान दिन प्रतिदिन विकास के नए नए कीर्तिमान बना रहा है। ईरान ने अमेरिका सहित उन सभी साम्राज्यवादी शक्तियों की आकांक्षाओं पर पानी फेर दिया जो यह सोच रहे थे कि ईरान को प्रतिबंधों की ज़ंजीरों में जकड़ लेंगे लेकिन ईरान ने हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करके दुश्मन की पाबंदियों की ज़ंजीरों को अपने पैरों तले रौंद दिया। (RZ)
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए
हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए