परस्पर सहयोग से प्रतिबंधों को प्रभावहीन बनाया जा सकता हैः रईसी
राष्ट्रपति रईसी का कहना है कि स्वतंत्र देश, एक-दूसरे की आवश्कताओं की पूर्ति करके प्रतिबंधों को पूरी तरह से प्रभावहीन बना सकते हैं।
ईरान के राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी के अनुसार परस्पर संबन्धों को विस्तृत करते हुए स्वतंत्र देश, अन्य देशों की ज़रूरतों को पूरा करते हुए विश्व वर्चस्ववादियों के वर्चस्व को निष्क्रिय बना सकते हैं।
राष्ट्रपति रईसी ने मंगलवार को तेहरान में क्यूबा के नए राजदूत से भेंट की। इस भेंट में उन्होंने कहा कि वर्चस्ववाद के विरुद्ध संघर्ष ही ईरान और क्यूबा को निकट लाया है।
राष्ट्रपति रईसी ने कहा कि ईरान और क्यूबा के बीच आर्थिक, व्यापारिक, सांस्कृतिक और कूटनीति सहित समस्त क्षेत्रों में संबन्ध अधिक प्रगाढ़ हों।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में वर्चस्ववादी देश, प्रतिबंधों और धमकियों को स्वतंत्र देशों के विरुद्ध एक हथकण्डे के रूप में प्रयोग कर रहे हैं। इन हालात में यह ज़रूरी है कि स्वतंत्र देश अपनी क्षमताओं का सही प्रयोग करते हुए एक-दूसरे की ज़रूरतों को पूरा करें ताकि प्रतिबंधों के प्रभाव को कम किया जा सके।
इब्राहीम रईसी ने क्रांतियों के नियमों और विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में क्रांति की सफलताओं के संदर्भ में मनाए जाने वाले कार्यक्रमों की ओर संकेत करते हुए कहा कि हमने स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी से यह सीखा है कि हम अत्याचार और अन्याय के मुक़ाबले में अत्याचारग्रस्त राष्ट्रों का समर्थन करें। यही वजह है कि वे देश जो इस समय वर्चस्ववादी शक्तियों के साथ संघर्ष कर रहे हैं उनका समर्थन करना, इस्लामी गणतंत्र ईरान की अटली नीतियों में से है।
राष्ट्रपति रईसी ने बताया कि ईरान और क्यूबा के संबन्ध स्ट्रैटेजिक हैं। उनका कहना था कि उन समस्त देशों के साथ ईरान के संबन्ध स्ट्रैटेजिक हैं जो वर्चस्ववादियों के विरुद्ध संषर्घ में व्यस्त हैं।
इस मुलाक़ात में क्यूबा के राजदूत आलबर्टो गोन्ज़ाल्स कासास ने बताया कि क्यूबा, ईरान के साथ अपने संबन्घों को अधिक से अधिक मज़बूत बनाने का इच्छुक है।
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