ईरान को होना चाहिए शंघाई सहयोग संगठन का स्थाई सदस्यः भारत
(last modified Sat, 30 Jul 2022 11:40:31 GMT )
Jul ३०, २०२२ १७:१० Asia/Kolkata
  • ईरान को होना चाहिए शंघाई सहयोग संगठन का स्थाई सदस्यः भारत

भारत ने ईरान के शंघाई सहयोग संगठन के स्थाई सदस्य होने का समर्थन किया है।

स्पूतनिक के अनुसार भारत के विदेशमंत्री जयशंकर ने उज़बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की बैठक में शुक्रवार को कहा कि इस संगठन में ईरान की उपस्थिति, वैश्विक बाज़ार में इसके प्रभाव में वृद्धि का कारण बनेगी।

भारतीय विदेशमंत्री ने आगे कहा कि शंघाई सहयोग संगठन को इससे एक अन्य लाभ यह भी होगा कि वह ईरान के चाबहार बंदरगाह का भी प्रयोग कर सकता है।  भारत ने चाबहार बंदरगाह के विकास में भाग लिया है।  शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की बैठक उज़बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में 28 तथा 29 जूलाई को आयोजित हुई थी।

याद रहे कि 15 जून 2001 को चीन के शंघाई  में कुछ देशों की उपस्थति से शंघाई सहयोग संगठन की नीव डाली गई थी।  जिस देशों की मौजूदगी में इस संगठन की आधारशिला डाली गई वे थे क़ज़ाक़िस्तान, क़िरक़ीज़िस्तान, ताजिकिस्तान, उज़बेकिस्तान और रूस।सन 2017 में भारत तथा पाकिस्तान को इसके स्थाई सदस्यों में शामिल किया गया।

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