वर्चस्ववादी शक्तियों को ईरान की वैज्ञानिक प्रगति बर्दाश्त नहीं: विदेश मंत्री
(last modified Thu, 12 Jan 2023 04:45:18 GMT )
Jan १२, २०२३ १०:१५ Asia/Kolkata
  • वर्चस्ववादी शक्तियों को ईरान की वैज्ञानिक प्रगति बर्दाश्त नहीं: विदेश मंत्री

विदेश मंत्री ने दो परमाणु शहीदों की शहादत की बरसी के अवसर पर एक संदेश में इस बात पर ज़ोर दिया है कि वर्चस्ववादी शक्तियां ईरान की वैज्ञानिक प्रगति को बर्दाश्त नहीं करती हैं।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, इस्लामी गणराज्य ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने देश के दो न्यूक्लियर साइंटिस्टों की शहादत की बरसी के मौक़े पर लिखा है कि इन वैज्ञानिकों की शहादत देश के कुलीन युवाओं के लिए अपने वैज्ञानिक संघर्ष को जारी रखने और इस्लामी देश के महत्वपूर्ण वैज्ञानिक लक्ष्यों और आत्मनिर्भरता को हासिल करने के लिए एक अतिरिक्त प्रेरणा होगी। बता दें कि गुरुवार 12 जनवरी वर्ष 2010 को वैज्ञानिक मसऊद अली मोहम्मदी और बुधवार 11 जनवरी वर्ष 2012 को वैज्ञानिक मुस्तफ़ा अहमदी रौशन को बम धमाके के ज़रिए शहीद कर दिया गया था। विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने अपने बयान में कहा है कि शहीद मुस्तफ़ा अहमदी रौशन और शहीद मसऊद अली मोहम्मदी, देश की वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति के क्षेत्र में जोशो जज़्बे, प्रतिभा और दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ इतने प्रभावी और ईमानदारी से उभरे कि अहंकारी, वर्चस्ववादी और साम्राज्यवादी विश्व व्यवस्था, हमारे देश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में इन मुजाहिदों की उपस्थिति को बर्दाश्त नहीं कर सकी।

ईरानी विदेश मंत्री  अमीर अब्दुल्लाहियान ने अपने संदेश में कहा है कि दुश्मनों की छोटी और ओछी सोच के अनुसार वे हमारे वैज्ञानिकों की हत्या करके इस्लामी गणराज्य ईरान की पवित्र व्यवस्था को वैज्ञानिक और परमाणु स्वतंत्रता की ऊंचाइयों तक पहुंचने से रोकने का सपना देख रहे थे। उन्होंने कहा कि अपनी नापाक साज़िश को अंजाम देने के लिए दुश्मनों ने कायरतापूर्ण तरीक़े से देश के वरिष्ठ न्यूक्लियर साइंटिस्टों को निशाना बनाया और उन्हें शहीद कर दिया। लेकिन दुश्मनों को यह जान लेना चाहिए कि हमारे शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने वाला है। शहीदों के ख़ून ने देश के कुलीन युवाओं में और अधिक जोश पैदा कर दिया है और उन्होंने ईरान की वैज्ञानिक प्रगति और आत्मनिर्भरता के लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए अपने संघर्षों को और अधिक रफ़्तार दे दी है। इस संदेश में विदेश मंत्री ने कहा कि इन दो अनमोल वैज्ञानिकों की शहादत देश की आज़ादी और प्रौद्योगिकी के लिए प्रयास करने वालों की मदद करने के हमारे संकल्प को मज़बूत करेगी। (RZ)

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