भारत और ईरान के रक्षामंत्रियों की हुई मुलाक़ात
ब्रिगेडिरय जनरल आशतियानी ने राजनाथ सिंह से भेंटवार्ता में रक्षा के विषय पर चर्चा की
ईरान के रक्षामंत्री ने नई दिल्ली में भारत के विदेशमंत्री से भेंटवार्ता की है।
भारत में आयोजित शंघाई सहयोग परिषद की बैठक में भाग लेते हुए ईरान के रक्षामंत्री ब्रिगेडिरय जनरल आशतियानी ने कहा कि इस समय यह परिषद, अन्तर्राष्ट्रीय परिवर्तनों पर अपना प्रभाव डाल रही है। उन्होंने कहा कि इसके मज़बूत होने से अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुध्रुवीकरण को विस्तृत किया जा सकता है।
ईरान के रक्षामंत्री ने कहा कि उनका देश भारत के साथ रक्षा के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने के लिए तैयार है। ब्रिगेडियर जनरल आशतियानी का कहना था कि ईरान और भारत दोनों ही स्ट्रैटेजिक क्षेत्रों में हैं इस हिसाब से क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता स्थापित करने मे दोनो देशों के भीतर बहुत सी संभावनाएं पाई जाती हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिमी एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में शांति स्थापित कराने में उनका सहयोग प्रभावी रहेगा।
ईरान के रक्षामंत्री ने कहा कि भारत और ईरान की सीमाओं के बीच अफ़ग़ानिस्तान एसा देश है जहां के परिवर्तन दोनो देशों के हितों और सुरक्षा पर सीधा प्रभाव डालते हैं। उन्होंने चाबहार बंदरगाह और उत्तर-दक्षिण कारीडोर को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इनके बारे में हम भारत के साथ सहयोग कर सकते हैं। ईरान के रक्षामंत्री का कहना था कि भारत के साथ सहयोग में किसी भी प्रकार की कोई सीमा नहीं है।
इस मुलाक़ात में भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और ईरान के बीच हमेशा सहयोग होता आया है। उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान की सहायता के लिए भारत के प्रयासों का उल्लेख करते हुए इस्लामी गणतंत्र ईरान की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। भारत के रक्षामंत्री ने क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति के बारे में दोनो देशों के बीच परामर्श की आवश्यकता पर बल दिया।
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