Aug १७, २०२३ १४:०१ Asia/Kolkata
  • दुश्मन, आईआरजीसी की छवि धूमिल क्यों करना चाहता है,सुप्रीम लीडर का अहम बयान...+ फ़ोटोज़

आईआरजीसी की सर्वोच्च परिषद के सदस्यों ने गुरुवार को इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता से मुलाक़ात की।

गुरुवार की सुबह इमाम ख़ुमैनी हुसैनिया में होने वाली इस मुलाक़ात में इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामनेई ने आईआरजीसी की कोशिशों की सराहना की। कोरोना महामारी के बाद आईआरजीसी के कमान्डरों और अधिकारियों की सुप्रीम लीडर से यह पहली मुलाक़ात है। इससे पहले वाली मुलाक़ात में जनरल क़ासिम सुलैमानी भी मौजूद थे।

सशस्त्र सेना के प्रमुख सुप्रीम लीडर ने आईआरजीसी के कमान्डरों और अधिकारियों से मुलाक़ात में कहा कि दुश्मनों की महत्वपूर्ण गतिविधियों का एक हिस्सा, आईआरजीसी की छवि को ख़राब करना है।

उनका कहना था कि दुश्मन मजबूर हैं कि छूठी ख़बरें फैलाकर, अफ़वाहें फैलाकर, अलग अलग प्रकार के हथकंठों और धूर्ताओं से आईआरजीसी की छवी ख़राब करें।

सुप्रीम लीडर ने इस मुलाक़ात में बल दिया कि दुश्मनों की महत्वपूर्ण गतिविधि, आईआरजीसी की छवि को धूमिल करना है, स्वयं सेवियों कमी छवि को ख़बरा करना है क्यों, क्योंकि आईआरजीसी आकर्षक है, स्वयं सेवी आकर्षक हैं।

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता का कहना था कि इस आकर्षक ने उन्हें चिंतित और हैरान कर दिया है, इसीलिए वे झूठी ख़बरें फैलाकर और अफ़वाहें उड़ा कर आईआरजीसी की छवि धूमिल और ख़राब करना चाहते हैं क्योंकि वे चाहते हैं कि यह आदर्श, यह आइडियल और यह यादगार बाक़ी न रहे।

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने आईआरजीसी की शुरुआत, विकास, शिखर पर पहुंचने, संकट को ख़त्म करने और उसके क्रियाकलाप को गौरवपूर्ण क़रार दिया। उनका कहना था कि ईरानी राष्ट्र के मन से क्रांति की सच्चाईयों और वास्तविकताओं को भुला देना, दुनिया के शैतानों के अहम लक्ष्य है।

इस्लामी गणतंत्र ईरान की सशस्त्र सेना के कमान्डर ने आईआरजीसी के विकास और उसके भीतरी ढांचे को अद्वितीय क़रार दिया और कहा कि आईआरजीसी, बलिदानी सेना के साथ मिलकर फ़त्हुल मुबीन और ख़ुर्रम शहर की आज़ादी सहित कई महत्वपूर्ण आप्रेशोंनों में निर्णायक भूमिका अदा की।

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने फ्रांस के ग्वाडलोप द्वीप में इस्लामी क्रांति की सफलता के अवसर पर अमरीकी, ब्रिटिश, फ़्रांस और जर्मन अधिकारियों के शिखर सम्मेलन की ओर इशारा किया और कहा कि उन्होंने पिट्ठु शासन की मुक्ति को असंभव क़रार दिया है लेकिन निरंतर संकट की रणनैतिक योजना द्वारा उनमें यह उम्मीद जगी कि यह संकट, ईरान में बनने वाली हर सरकार को उखाड़ फेंकेगा।

सुप्रीम लीडर ने इस्लामी क्रांति के आरंभिक काल में देश के विभिन्न क्षेत्रों में आतंकवादी गुटों की गतिविधियों, अशांतियों, दंगों और संकटों को याद करते हुए कहा कि ईरान में अमरीका के जासूसी के अड्डे से मिलने वाले दस्तावेज़ों से पता चलता है कि यह घटनाएं भी ईरान में निरंतर संकट पैदा करने पर आधारित पश्चिम की योजनाओं की परिधि में ही अंजाम पायीं।

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने आईआरजीसी को इन संकटों को विफल बनाने और झड़पों का शिकार प्रांतों की जनता की मुक्ति का कारक क़रार दिया और कहा कि दुश्मन निरंतर संकट पैदा करके क्रांति को नाकाम और लाभहीन दिखाना चाहता था। (AK)

 

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