एरोस्पेस | ईरान उपग्रह प्रक्षेपण में शीर्ष 10 देशों में शामिल; ईरानी उपग्रहों की सटीकता 4 मीटर से कम तक पहुंची
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विभिन्न प्रकार के उपग्रहों के निर्माण में ईरान की क्षमता
पार्स टुडे - एक ईरानी अधिकारी ने घोषणा की है कि ईरान ने रंगीन स्पेक्ट्रम में इमेजिंग करने वाले उपग्रहों को 4 मीटर से कम की सटीकता के साथ बनाने की क्षमता प्राप्त कर ली है।
ईरान द्वारा 4 मीटर से कम इमेजिंग सटीकता वाले उपग्रहों के निर्माण की क्षमता प्राप्त करना, ईरानी उपग्रह "नाहिद-2" का 5 वर्षों तक कक्षा में टिके रहना, "ख़य्याम" उपग्रह के माध्यम से माज़ंदरान और करज क्षेत्रों का त्रि-आयामी (3D) मॉडल बनाना और कृत्रिम बुद्धिमत्ता या artificial intelligence के क्षेत्र में आयोजित ज्ञान-आधारित उपलब्धियों की प्रदर्शनी में ईरान की नवीनतम उपग्रह और ड्रोन तकनीकों का अनावरण/ ये सब ईरान के अंतरिक्ष उद्योग की सबसे महत्वपूर्ण ख़बरों में से हैं जिन्हें पार्स टुडे समाचार पैकेज में प्रस्तुत किया गया है।
ईरान ने 4 मीटर से कम सटीकता वाले इमेजिंग उपग्रहों के निर्माण की क्षमता हासिल कर ली
"हसन सालारिया" जो ईरान के संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के उप मंत्री हैं, ने रविवार को "ग्यारहवें राष्ट्रीय सम्मेलन, वायु, ध्वनि और गंध प्रदूषण प्रबंधन" के दौरान कहा कि ईरान ने रंगीन स्पेक्ट्रम में 4 मीटर से कम इमेजिंग सटीकता वाले सेंसिंग सैटेलाइट बनाने की क्षमता हासिल कर ली है।
उन्होंने यह भी बताया कि "कौसर" उपग्रह का 2024 में सफल प्रक्षेपण हुआ, और इसका दूसरा मॉडल फिलहाल निजी क्षेत्र द्वारा बनाया जा रहा है, जिसे जल्द ही प्रक्षेपित किया जाएगा। सालारिया ने आगे बताया: "पार्स-1" उपग्रह को ईरान के अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान ने बनाया और प्रक्षेपित किया था। इसमें 15 मीटर या बेहतर इमेजिंग सटीकता थी।
"पार्स-2" उपग्रह को पिछले वर्ष (2024) में सार्वजनिक रूप से पेश किया गया।
इसके अलावा, "पाया" नामक एक और उपग्रह 10 मीटर की इमेजिंग सटीकता के साथ बनाया गया है, और इसका एक उच्च-सटीकता 5 मीटर से बेहतर वाला संस्करण निर्माणाधीन है।
ईरानी तकनीक वाला उपग्रह "नाहिद-2" 5 साल तक कक्षा में रहेगा
तसनीम समाचार एजेंसी की एक रिपोर्ट में विशेषज्ञों के हवाले से बताया गया है कि दूरसंचार उपग्रह "नाहिद-2" जो प्रक्षेपण के लिए तैयार है और कक्षा में 5 वर्षों तक रहने वाला है, में स्वदेशी प्रणाली लगाई गई है। यह प्रणाली उपग्रह की ऊँचाई को 50 किलोमीटर तक समायोजित व सुधार करने में सक्षम है।
लंबे समय तक कक्षा में बने रहने वाले उपग्रहों के लिए एक मुख्य समस्या उनका धीरे-धीरे गिरता हुआ कक्षा ऊँचाई स्तर होता है, जो मुख्यतः पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के कारण होता है। इसलिए, कक्षा सुधारने, उपग्रह की स्थिति बदलने या उसे स्थिर रखने के लिए प्रणालियों का डिज़ाइन और उपयोग एक महत्वपूर्ण तकनीकी आवश्यकता है।
"ख़य्याम" उपग्रह के जरिए "माज़ंदरान" और "करज" के क्षेत्र का त्रि-आयामी (3D) मॉडल बनाया गया
ईरान के अंतरिक्ष उद्योग विकास के शोधकर्ता सज्जाद हैदरियान ने बताया है कि उन्होंने ख़य्याम उपग्रह के डेटा का उपयोग करके माज़ंदरान और उत्तर करज जैसे क्षेत्रों के त्रि-आयामी मॉडल तैयार किए हैं। करज में इस मॉडल की सटीकता लगभग 10 से 15 मीटर है, जबकि माज़ंदरान में यह सटीकता 5 मीटर तक पहुंचती है।
इस ईरानी शोधकर्ता के अनुसार, पिछले वर्ष चीन ने अमेरिका की तुलना में तीन अधिक उपग्रह प्रक्षेपण करके विश्व में प्रथम स्थान हासिल किया और ईरान ने लगभग 20 प्रक्षेपण के साथ शीर्ष 10 देशों में अपनी जगह बनाई। ईरान की उस वर्ष की कुल प्रक्षेपण संख्या केवल दो थी, जिनमें से एक ख़य्याम उपग्रह का था।
हैदरियान ने बताया कि 2022 में प्रक्षेपित ख़य्याम उपग्रह एक हल्का उपग्रह है जिसका वजन एक हजार किलोग्राम से कम है। यह उपग्रह 500 किलोमीटर की ऊँचाई पर परिक्रमा करता है। इसके कैमरे द्वारा लिए गए चित्रों का आकार 12.5 किमी × 12.5 किमी है, जिससे प्रत्येक चित्र का कवरेज क्षेत्रफल 156 वर्ग किलोमीटर होता है।
ख़य्याम उपग्रह में दो कैमरे लगे हैं एक पैन और एक मल्टीस्पेक्ट्रल। इसके चित्र 16-बिट गुणवत्ता के हैं और इसकी भौगोलिक सटीकता वास्तविक स्थिति से लगभग 100 मीटर तक भिन्न हो सकती है। इसमें स्टेरियो इमेजिंग की भी सुविधा है।
इस उपग्रह का पृथ्वी पर पुनः गुज़रने का समय लगभग 17 दिन है, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर इसे 4 दिनों तक कम किया जा सकता है ताकि तेजी से इमेजिंग की जा सके।
देश की नवीनतम उपग्रह और ड्रोन तकनीक का प्रदर्शन artificial intelligence के क्षेत्र में ज्ञान-आधारित उपलब्धियों की प्रदर्शनी में
जैसे ही इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के सदस्य देशों के उच्च शिक्षा मंत्रियों की दूसरी बैठक तेहरान में आयोजित हुई, उसी के साथ artificial intelligence के क्षेत्र में कार्यरत ज्ञान-आधारित नालेज बेस्ड कंपनियों की नवीनतम उपलब्धियों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया।
इस प्रदर्शनी में चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालयों के विज्ञान और प्रौद्योगिकी पार्क, स्वास्थ्य मंत्रालय से संबद्ध ज्ञान-आधारित कंपनियां, और तेल एवं ऊर्जा के क्षेत्र में सक्रिय ज्ञान-आधारित कंपनियां भी हिस्सा ले रही हैं।
ग़ुलाम रज़ा जियान ने, जो विश्व इस्लामिक वर्चुअल विश्वविद्यालयों के चिकित्सा विभाग के प्रमुख हैं, शनिवार को कहा कि इस प्रदर्शनी के केंद्र में ईरान की नवीनतम उपग्रह तकनीक और ड्रोन भी प्रदर्शित किए गए हैं। इस वर्ष का सम्मेलन मुख्य रूप से ईरान की नवीनतम तकनीकों और artificial intelligence पर केंद्रित है। mm