ख़बर: ईरान का स्वदेशी परमाणु उद्योग कभी भी ख़त्म नहीं होगा
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ईरान का स्वदेशी परमाणु उद्योग
पार्स टुडे - एक अरबी भाषी लेबनानी अख़बार ने लिखा: अमेरिका द्वारा इस्लामिक गणराज्य ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमले के बावजूद, ईरान के स्वदेशी परमाणु उद्योग और उन्नत प्रौद्योगिकियों ने इसे नष्ट करना असंभव बना दिया है।
पार्स टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, लेबनान के अख़बार 'अल-अख़बार' ने लिखा कि ईरान ने 6 अप्रैल 2006 को औपचारिक रूप से घोषणा की कि वह शांतिपूर्ण और गैर-सैन्य उद्देश्यों के लिए 3.5% यूरेनियम संवर्धन करके परमाणु शक्ति संपन्न देशों के समूह में शामिल हो गया है और परमाणु ईंधन उत्पादन का पूरा चक्र अपने पास रखता है।
यह उस लंबी यात्रा का परिणाम था जो यूरेनियम संवर्द्धन से लेकर उससे ऊर्जा उत्पादन तक, सभी ईरान के भीतर ही पूरी हुई।
इस लेबनानी अख़बार ने आगे कहा: लेकिन पश्चिमी और अरबी बयानों में अक्सर रिएक्टरों और परमाणु संयंत्रों को एक ही मान लिया जाता है, जबकि हम जानते हैं कि परमाणु सुविधाएँ मुख्य रूप से उत्पादन केंद्रों को संदर्भित करती हैं और इनमें ख़तरनाक रेडियोधर्मी या अभिक्रियाशील पदार्थ नहीं होते।
ज़ायोनी शासन ने 23 ख़ुर्दाद 1404 (13 जून 2025) को ईरान की राष्ट्रीय संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का खुला उल्लंघन करते हुए तेहरान सहित कई शहरों और ईरानी परमाणु संयंत्रों पर सैन्य हमला किया। इस आक्रामक कार्रवाई में कई ईरानी वैज्ञानिकों, सैन्यकर्मियों और नागरिकों की शहादत हुई।
इसके बाद अमेरिका ने भी रविवार की सुबह पहली तीर अर्थात 22 जून को फ़ोर्दू, नतंज़ और इस्फ़हान के परमाणु केन्द्रों पर सीधे हमला करके ज़ायोनी शासन के युद्ध में शामिल हो गया।
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास इराक़ी ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 का हवाला देते हुए ज़ोर देकर कहा कि ईरान अपने राष्ट्रीय हितों और जनता की सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी विकल्पों को सुरक्षित रखता है। MM