हलब में मिलने वाली सफलता, सीरियाई राष्ट्र के प्रतिरोध की प्रतीक हैःबुरुजेर्दी
ईरान सीरियाई सरकार की अनुमति के बिना इस देश में विदेशी सेना की उपस्थिति की भर्त्सना करता है और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के आधार पर उसे अतिक्रमण समझता है।
ईरान की संसद मजलिसे शुराये इस्लामी में राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति आयोग के प्रमुख ने कहा है कि आतंकवादियों को चाहिये कि सीरिया छोड़ दें और हलब में मिलने वाली सफलता उसका पहला चरण है।
अलाउद्दीन बुरुजेर्दी ने गत रात्रि अपनी दो दिवसीय सीरिया यात्रा की समाप्ति पर दमिश्क में कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान सीरिया की स्वतंत्रता, संप्रभुता और जनता द्वारा चुनी गई सरकार का समर्थन करता है।
अलाउद्दीन बुरुजेर्दी ने हलब में मिलने वाली सफलता को सीरिया जनता की सफलता का प्रतीक बताया और बल देकर कहा कि ईरान सीरियाई सरकार की अनुमति के बिना इस देश में विदेशी सेना की उपस्थिति की भर्त्सना करता है और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के आधार पर उसे अतिक्रमण समझता है।
उन्होंने क़ज्जाकिस्तान की राजधानी आस्ताना में सीरियाई-सीरियाई पक्षों के मध्य होने वाली वार्ता को इस देश के संकट के समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
साथ ही उन्होंने कहा कि तेहरान, संकट के समाधान हेतु राजनीतिक मार्ग का समर्थन करता है और वह सीरियाई- सीरियाई पक्षों के मध्य वार्ता को सीरिया संकट के समाधान के लिए उचित मार्ग समझता है। इसी प्रकार उन्होंने कहा कि ईरान सीरिया पर पूर्व शर्त थोपे जाने का विरोधी है। उन्होंने कहा कि सीरियावासियों को अपना भविष्य निर्धारित करना चाहिये।
ईरान की संसद में राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति आयोग के अध्यक्ष ने सीरिया को जायोनी शासन से मुकाबले में अग्रिम पंक्ति में बताया और कहा कि अमेरिका ने जायोनी शासन के समन्वय से विश्व के विभिन्न देशों से हजारों आतंकवादियों को सीरिया भेजा ताकि प्रतिरोध के मोर्चे को आघात पहुंचा सकें।
ज्ञात रहे कि दो दिन की यात्रा पर सीरिया जाने वाले ईरानी प्रतिनिधिमंडल ने इस देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और विदेशमंत्री सहित इस देश के वरिष्ठ अधिकारियों से भेंटवार्ता की। अब यह प्रतिनिधिमंडल सीरिया से लेबनान पहुंच गया है। MM