किसी समझौते के लिए तार्किक शर्त होनी चाहिएः नामदार ज़ंगने
ईरान के पेट्रोलियम मंत्री ने कहा है कि धमकी के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
बीज़न नामदार ज़ंगने ने कहा है कि तेहरान, भारत के साथ सहकारिता का इच्छुक है लेकिन समझौते के लिए तार्किक शर्तें होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम धमकी के डर से कोई समझौता नहीं करेंगे क्योंकि धमकी की भाषा कोई अच्छी बात नहीं है।
ईरान के पेट्रोलियम मंत्री ने यह प्रतिक्रिया, भारत की ओर से ईरान के साथ तेल आयात में कमी कर बयान सामने आने के बाद व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि भारत की ओर से ईरान से तेल आयात में कमी हमारे लिए कोई समस्या नहीं है क्योंकि हमारे पास तेल ख़रीदने वालों की कमी नहीं है।
प्रेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि भारत, ईरान का एक अच्छा ग्राहक है और तेहरान, नई दिल्ली के साथ सहकारिता में विस्तार का इच्छुक है। उन्होंने कहा कि ईरान और भारत वार्ता कर रहे हैं किंतु किसी समझौते के लिए तार्किक शर्तें होनी चाहिए और धमकी के साथ कोई भी समझौता नहीं हो सकता।
ईरान के पेट्रोलियम मंत्री बीज़न नामदार ज़ंगने ने कहा कि ईरान और भारत के बीच हुए समझौते के आधार पर यह तै पाया था कि भारत को चाहिए कि वह "फ़रज़ाद-बी" नामक गैस फील्ड के बारे में सितंबर 2016 तक अपना प्रस्ताव पेश कर दे लेकिन उस तारीख़ तक भारत की ओर से कोई भी प्रस्ताव पेश नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि इसके बाद ईरान ने भारत को 2016 के अंत तक समय दिया किंतु उसके बाद भी नई दिल्ली की ओर से कोई प्रस्ताव नहीं आया।