सरताज अज़ीज़ ने ईरान से मांगा सुबूत
(last modified Wed, 10 May 2017 06:49:10 GMT )
May १०, २०१७ १२:१९ Asia/Kolkata
  • सरताज अज़ीज़ ने ईरान से मांगा सुबूत

ईरान पाकिस्तान संयुक्त सीमा पर होने वाली आतंकी घटना के बाद दोनों देशों के अधिकारियों के बयानों के बीच पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अज़ीज़ ने दावा किया है कि यदि ईरान तकफ़ीरी चरमपंथियों के बारे में ठोस सुबूत इस्लामाबाद को पेश करे तो पाकिस्तान आतंकियों के ख़िलाफ़ सैनिक कार्यवाही करेगा।

सरताज अज़ीज़ ने ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ़ आफ़ स्टाफ़ जनरल बाक़ेरी के हालिया बयान के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि चरमपंथी तत्वों की पाकिस्तान में उपस्थिति के सुबूत पेश किए जाएं तो कार्यवाही होगी।

पाकिस्तान के अधिकारी ने यह बयान एसे समय में दिया है कि जब पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में ईरान के कई अधिकारी और आम नागरिक जिनमें लाहौर में ईरान के कल्चरल हाउस के डायरेक्टर सादिक़ गंजी भी शामिल हैं सिपाहे सहाबा और लशकरे झंगवी सहित आतंकी संगठनों के हमलों में शहीद हो चुके हैं जबकि पाकिस्तान की सुरक्षा व इंटेलीजेन्स एजेंसियों ने अपराधियों को पकड़ने की कोई कोशिश नहीं की है जिससे साबित होता है कि इस्लामाबाद के पास तकफ़ीरी आतंकियों का मुक़ाबला करने की क्षमता नहीं है।

पाकिस्तान एसी हालत में आतंकी संगठनों के विरुद्ध कार्यवाही के दावे कर रहा है कि जब हाल ही में इस देश के गृह मंत्री चौधरी निसार अली ख़ान ने कुछ तकफ़ीरी संगठनों के सरग़नाओं से मुलाक़ात की जिस पर देश के भीतर भी विरोध किया गया था।

ज्ञात रहे कि चमन के क्षेत्र में ईरान पाकिस्तान संयुक्त सीमा पर गश्त के दौरान ईरानी सुरक्षा बलों के 9 जवानों को गश्त के समय शहीद कर दिया गया और एक घायल सुरक्षा कर्मी का अपहरण करके आतंकी, पाकिस्तान के भीतर फ़रार हो गए।

जैशुल अद्ल नामक आतंकी संगठन ने इस हमले की ज़िम्मेदारी स्वीकार की है। इससे पहले भी दर्जनों ईरानी सैनिक पाकिस्तान में शरण लेने वाले आतंकी संगठनों के हमलों में शहीद हो चुके हैं लेकिन इस्लामाबाद सरकार इन आतंकी संगठनों के विरुद्ध कोई कार्यवाही करने के लिए तैयार नहीं है।

इसी बीच पाकिस्तान के संसद सभापति अयाज़ सादिक़ ने कहा है कि ईरान और पाकिस्तान के बीच राजनैतिक और आर्थिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ना ज़रूरी है। गत 21 अप्रैल को ईरान का दौरा करने वाले अयाज़ सादिक़ ने अपने दौरे को बहुत सार्थक बताया।