ईरान के मीज़ाइल कार्यक्रम पर वार्ता नहीं होगीः रूस
(last modified Tue, 16 Jan 2018 17:45:19 GMT )
Jan १६, २०१८ २३:१५ Asia/Kolkata
  • ईरान के मीज़ाइल कार्यक्रम पर वार्ता नहीं होगीः रूस

रूस के विदेशमंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने बल दिया है कि ईरान की मीज़ाइल गतिविधियां वार्ता योग्य नहीं हैं।

इन्टरफ़ैक्स समाचार एजेन्सी की रिपोर्ट के अनुसार सर्गेई लावरोफ़ ने कहा कि मीज़ाइलों के विस्तार के बारे में ईरान की गतिविधियों पर वार्ता नहीं हो सकती और यदि अमरीका इस बहाने से परमाणु समझौते से निकलता है तो ईरान भी इस समझौते के किसी भी वचन पर प्रतिबद्ध नहीं रहेगा।

रूस के विदेशमंत्री ने कहा कि परमाणु समझौते जेसीपीओए की विषय वस्तु बदलने की वाशिंग्टन की मांग भी अस्वीकार्य है और मास्को इसका कभी भी समर्थन नहीं करेगा बल्कि अमरीका को यह मनवाने के लिए कि ईरान पूरी तरह से परमाणु समझौते के अपने वचनों पर प्रतिबद्ध है, अपने प्रयास जारी रखेगा।

ट्रम्प ने शुक्रवार को ईरान के ख़िलाफ़ परमाणु समझौते से जुड़ी पाबंदियों के स्थगन की मुद्दत बढ़ा दी। सन 2015 में ईरान और गुट पांच धन एक के बीच हुए परमाणु समझौते के बाद ईरान के परमाणु समझौते से जुड़ी आर्थिक पाबंदियों को स्थगित किया गया है।

हालांकि ट्रम्प ने यह धमकी दी है कि अगर योरोपीय घटकों ने उनके अनुसार परमाणु समझौते में मौजूद "भयंकर कमियों" को दूर न किया तो अमरीका कुछ महीनों में परमाणु समझौते से निकल जाएगा।

ट्रम्प ने कहा, "यह आख़िरी मौक़ा है। अगर इस तरह का समझौता न हुआ (जैसा अमरीका चाहता है कि जेसीपीओए में ईरान के मीज़ाईल कार्यक्रम को भी शामिल किया जाए) तो अमरीका पाबंदियों को स्थगित नहीं करेगा।"

ईरान का कहना है कि वह परमाणु समझौते जेसीपीओए में किसी तरह का बदलाव स्वीकार नहीं करेगा और इसमें वर्णित बातों से हटकर किसी बात को नहीं मानेगा। (AK)