आतंकवाद से संघर्ष ईरान की सैद्धांति नीति हैः रूहानी
इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री से टेलीफ़ोनी वार्ता में ईरान और मलेशिया में मौजूद अपार क्षमताओं की ओर संकेत करते हुए इन क्षमताओं को दोनों देशों के समस्त क्षेत्रों में संबंधों में विस्तार के लिए प्रयोग किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।
राष्ट्रपति रूहानी ने गुरुवार को मलेशिया के प्रधानमंत्री महातीर मुहम्मद को देश का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी और कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान, दोनों देशों के आर्थिक, राजनैतिक और सांस्कृतिक संबंधों में पहले से अधिक विस्तार के लिए तैयार है।
राष्ट्रपति ने इस बात पर बल देते हुए कि आतंकवाद और कट्टरपंथ से संघर्ष तथा दुनिया और क्षेत्र में शांति और स्थापना के लिए द्विपक्षीय सहयोग और प्रयास आवश्यक है, कहा कि आतंकवाद से गंभीर संघर्ष, हालिया वर्षों में ईरान द्वारा बल दिए गये सिद्धांतों में से एक है।
राष्ट्रपपति डाक्टर हसन रूहानी ने मलेशिया की सरकार और जनता को ईदुल फ़ित्र की बधाई देते हुए कहा कि इस्लाम धर्म की कृपालु और दयालु छवि को दुनिया के सामने पेश की जानी चाहिए और दुनिया तथा मुस्लिम युवाओं को यह बताना चाहिए कि इस्लाम धर्म प्रेम, सुलह और शांतिपूर्ण जीवन बिताने का धर्म है।
राष्ट्रपति रूहानी ने इसी प्रकार इस बात की ओर संकेत करते हुए कि अमरीकी सरकार समस्त अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों को धता बताते हुए उस परमाणु समझौते से निकल गयी, कहा कि अमरीका का एकपक्षीयवाद और दूसरे देशों और राष्ट्रों पर घरेलू क़ानूनों को थोपना, अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों और राष्ट्रों की स्वतंत्रता के विपरीत रहा है।
इस अवसर पर मलेशिया के प्रधानमंत्री महातीर मुहम्मद ने बहुपक्षीय सहयोग और सबंधों में विस्तार को दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण बताया और कहा कि मलेशिया की सरकार ईरान के साथ बहुपक्षीय सहयोग में विस्तार की इच्छुक है।
उन्होंने कहा कि दुनिया के अन्य देशों के साथ सहयोग और संपर्क की ईरान की नीति बहुत उचित और पसंदीदा है। (AK)