राष्ट्रपति डॉक्टर हसन रूहानी क़ज़्ज़ाकिस्तान पहुंचे
कैस्पियन सागर में तेल और गैस मौजूद है जो तटवर्ती देशों के संबंध विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
ईरान के राष्ट्रपति डॉक्टर हसन रूहानी ने कैस्पियन सागर के तटवर्ती देशों के पास मौजूद संभावनाओं और सहकारिता के लिए उपलब्ध अवसर की ओर संकेत करते हुए कहा कि कैस्पियन सागर के तटवर्ती देशों के नेताओं की शिखर बैठक इस सागर के बारे में एक बहुत महत्वपूर्ण बैठक है।
राष्ट्रपति डॉक्टर हसन रूहानी ने आज सुबह क़ज्जाकिस्तान रवाना होने से पहले तेहरान में कहा कि इस बैठक में कैस्पियन सागर के अधिकारों के संबंध में विचार- विमर्श किया जायेगा।
राष्ट्रपति डॉक्टर हसन रूहानी कज़्ज़ाकिस्तान के राष्ट्रपति नूर सुल्तान नज़रबायोफ के आधारिक निमंत्रण पर कज़्ज़ाकिस्तान की यात्रा पर गये हैं। उन्होंने कहा कि कैस्पियन सागर में तेल और गैस मौजूद है जो तटवर्ती देशों के संबंध विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
इसी प्रकार उन्होंने कहा कि तेल और गैस को निकालने और इसी प्रकार उससे लाभ उठाना उन चीज़ो में से है जिसके बारे में सदैव कैस्पियन सागर के तटवर्ती देशों के मध्य चर्चा होती है।
राष्ट्रपति डॉक्टर हसन रूहानी ने ट्रांजिट को कैस्पियन सागर के तटवर्ती देशों के मध्य एक बहुत महत्वपूर्ण चीज़ बताया और कहा कि कैस्पियन सागर का पूरब यानी तुर्कमनिस्तान और कज़्ज़ाकिस्तान को ईरान से जोड़ता है और ईरान के माध्यम से वे दक्षिण, फार्स की खाड़ी और ओमान सागर से जुड़े हैं और कैस्पियन सागर के पश्चिमी हिस्से को जोड़ने के लिए आरंभिक कदम उठाये जा चुके हैं और आस्तारा- आस्तारा परियोजना पर काम हो रहा है।
राष्ट्रपति डॉक्टर हसन रूहानी ने कहा कि ईरान और बहुत से एशियाई देश कैस्पियन सागर के कैरिडोर के माध्यम से यूरोप से जुड़ते हैं और कैस्पियन सागर के तटवर्ती देशों के लिए ट्रांज़िट बहुत महत्वपूर्ण है।
ईरान, रूस, आज़रबाइजान गणराज्य, तुर्कमनिस्तान और कज़्ज़ाकिस्तान कैस्पियन सागर के तटवर्ती देश हैं और कैस्पियन सागर के तटवर्ती देशों के नेताओं की बैठक आज से कज्ज़ाकिस्तान में आरंभ हो रही है और आशा है कि इस बैठक में कैस्पियन सागर के अधिकारों के संबंध में समझौते पर हस्ताक्षर भी होंगे। MM