आतंकवादियों के समर्थक पहले अपने गिरेबान में झांकेंः ईरान
इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने अरब संघ की चार पक्षीय कमेटी के बयान को विवाद फैलाने वाला और आतंकवादियों और आतंकवादी गुटों के कई वर्षों से जारी समर्थन से दुनिया और क्षेत्र के जनमत के ध्यान भटकाने का निर्रथक प्रयास बताया है।
अरब की चार पक्षीय तथाकथित कमेटी ने जिसमें सऊदी अरब, मिस्र, संयुक्त अरब इमारात और बहरैन शामिल हैं, मंगलवार को क़ाहिरा में अरब संघ के मुख्यालय में एक बैठक में निराधार दावे करते हुए ईरान पर सीरिया की स्थिति को ख़राब करने का आरोप लगाया था।
विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता बहराम क़ासिमी ने इस कमेटी की ईरान विरोधी गतिविधियों और कार्यवाहियों की निंदा करते हुए 11 सितम्बर की घटना की बरसी की ओर संकेत किया जिसके अंजाम देने वाले इन्हीं कुछ देशों के नागरिक थे।
उन्होंने कहा कि यमन में तबाही से अभूतपूर्व मानवीय त्रासदी पैदा हो गयी है जिसके कारण लाखों लोग भुखमरी का शिकार हो गये, हज़ारों लोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों में ग्रस्त हो गये और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं।
श्री बहराम क़ासिमी ने कहा कि इन हालात में यमन की स्थिति को अनदेखी करते हुए हमलावर कुछ बाहरी देशों के समर्थन और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और संस्थाओं की अनदेखी करते हुए यथावत अपनी ग़लतियों पर अड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान कठिन परिस्थितियों में क्षेत्रीय सरकारों के निमंत्रण पर इन सरकारों के साथ खड़ा रहा है। (AK)