अमेरिकी प्रतिबंधों से मुकाबले के लिए यूरोप ईरान को समर्थन पैकेज देगा
यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रभारी फेड्रीका मोगरीनी ने कहा है कि हमारा कार्य इस संघ के सदस्य देशों और विश्व के दूसरे देशों के साथ जारी है ताकि हम इस बात से संतुष्ट हो सकें कि यूरोपीय संघ और विश्व के दूसरे देशों के साथ आर्थिक संबंधों से ईरान और ईरानी नागरिक लाभांवित हो रहे हैं।
ईरान और गुट पांच धन एक के बीच जो परमाणु समझौता हुआ है अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सदैव उसे बुरा समझौता कहा है और अंततः वह आठ मई 2018 को इस समझौते से निकल गये और घोषणा की है कि ईरान पर लगाये गये प्रतिबंध दोबारा बहाल कर दिये जायेंगे।
इसके मुकाबले में यूरोपीय संघ अपने हितों के परिप्रेक्ष्य में परमाणु समझौते के बाकी रखने पर बल देता है और इस समझौते को बाकी रखने के लक्ष्य से ईरान और यूरोपीय संघ के बीच हालिया महीनों में कई बार वार्तायें हुई हैं।
गुट पांच धन एक के सदस्य तीन यूरोपीय देश ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी हैं और इन देशों ने परमाणु समझौते को बाकी रखने पर बल देने के साथ इस समझौते को खत्म करने हेतु अमेरिकी कार्यवाहियों से मुकाबले पर दिया है और इस संबंध में उन्होंने कुछ कार्यवाहियां भी की हैं।
यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रभारी फेड्रीका मोगरीनी ने कहा है कि हमारा कार्य इस संघ के सदस्य देशों और विश्व के दूसरे देशों के साथ जारी है ताकि हम इस बात से संतुष्ट हो सकें कि यूरोपीय संघ और विश्व के दूसरे देशों के साथ आर्थिक संबंधों से ईरान और ईरानी नागरिक लाभांवित हो रहे हैं।
ईरान और यूरोपीय संघ के मध्य होने वाली वार्ताओं में यूरोपीय संघ ने वचन दिया है कि परमाणु समझौते को बाकी रखने और अमेरिकी प्रतिबंधों से मुकाबले के लिए वह ईरान को समर्थन पैकेज देगा। इस परिप्रेक्ष्य में कुछ दिन पहले यूरोपीय संघ ने उस पुराने कानून को बहाल कर दिया है जिसके अनुसार अमेरिकी प्रतिबंधों से जिन यूरोपीय कंपनियों को नुकसान पहुंचेगा उसकी भरपाई यूरोपीय देश करेंगे।
राजनीतिक टीकाकारों का मानना है कि व्यवहारिक रूप से यह कानून ईरान से बड़ी योरोपीय कंपनियों के निकलने के मार्ग में रुकावट नहीं बनेगा। यूरोपीय संघ ने परमाणु समझौते को बाकी रखने के लिए एक नीति यह बनाई है कि वह अमेरिका से स्वतंत्र नवंबर से पहले एक आर्थिक संस्था बनायेगा ताकि वह इस प्रकार ईरान के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को सुरक्षित रख सके।
इसी संबंध में फ्रांस के वित्तमंत्री ब्रुनो ले मेयर ने ईरान के विरुद्ध अमेरिकी प्रतिबंधों को एक अवसर की संज्ञा दी है और कहा है कि यूरोपीय देश इस कारण एक आर्थिक संस्था का गठन कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि ईरान पर संकट का परिणाम यूरोप के लिए अवसर होगा ताकि वह अपनी एक स्वतंत्र आर्थिक संस्था बना सके ताकि जिससे चाहें हम व्यापार कर सकें। साथ ही फ्रांस के वित्तमंत्री ने कहा है कि अमेरिका को यह अधिकार नहीं है कि वह यह फैसला करे कि हम किससे व्यापार करें और किससे व्यापार न करें।
बहरहाल फ्रांस के वित्तमंत्री का बयान व दृष्टिकोण इस बात का सूचक है कि अमेरिका के घटक यूरोपीय देश भी अमेरिका की एकपक्षीय कार्यवाहियों के विरोधी हैं और अब न केवल परमाणु समझौता बल्कि दूसरे बहुत सारे विषय हैं जो यूरोपीय संघ अमेरिका के मध्य टकराव का कारण बने हैं। MM