अफ़ग़ानिस्तना से हमारे एेतिहासिक संबन्ध रहे हैंः बहराम क़ासेमी
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने अफ़ग़ानिस्तान को अपना महत्वपूर्ण पड़ोसी देश बताते हुए कहा है कि अफ़ग़ानिस्तन से हमारे संबन्ध बहुत प्राचीन हैं। उन्होंने कहा कि इन प्राचीन संबन्धों के कारण तेहरान और काबुल के बीच अधिक से अधिक सहकारिता की आवश्यकता है।
बहराम क़ासेमी ने सोमवार को अपने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में अफ़ग़ानिस्तान में 20 अक्तूबर को होने वाले संसदीय चुनाव के बारे में कहा कि हम आशा करते हैं कि वहां पर शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव आयोजित होंगे। उन्होंने कहा कि हम अफ़ग़ानिस्तान के साथ संबन्ध विस्तार का स्वागत करते हैं। बहराम क़ासेमी ने विभिन्न क्षेत्रों में दोनो देशों की ओर से बनाई गई समिति के क्रियाकलापों के संबन्ध में कहा कि ईरान तथा अफ़ग़ानिस्तान के बीच व्यापक सहकारिता के प्रस्ताव के मसौदे पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि दोनो देशों के बीच व्यापक सहकारिता जारी है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सीरिया के पुनर्निमाण में ईरान की सहकारिता के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष के लिए सीरिया में ईरानी सैन्य सलाहकारों की उपस्थिति और इस देश की ओर से सहकारिता में भाग लेने के निमंत्रण पर तेहरान, एेसा करने के लिए राज़ी है।
बहराम क़ासेमी ने सीरिया के मामले में अमरीकी हस्तक्षेप के संबन्ध में कहा कि सीरिया की सरकार की अनुमति के बिना इस देश में अमरीकी सैनिकों की उपस्थिति ग़ैर क़ानूनी है और यह अन्तर्राष्ट्रीय नियमों के भी विपरीत है। उन्होंने कहा कि अमरीका को सीरिया के आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप करने से बचना चाहिए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने Financial Action Task Force अर्थात FATF की बैठक और इसमें ईरान की सदस्यता के बारे कहा कि निश्चित रूप में इससे इस्लामी गणतंत्र ईरान को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि ईरान, समस्त नियमों को दृष्टिगत रखते हुए इस ओर आगे बढ़ेगा। बहराम क़ासेमी ने FATF की बैठक पर अमरीकी वित्त मंत्रालय की ओर से अपना दृष्टिकोण थोपने के बारे में कहा कि हम आाशा करते हैं कि अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों का स्वावलंबन बना रहे और वे हर फैसला बिना किसी विदेशी दबाव के ले सकें।
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यूरोपीय संघ के साथ तेहरान की सहकारिता के बारे में कहा कि अबतक द्विपक्षीय संबन्धों में उल्लेखनीय प्रगति देखी गई है।