ईरान हर दृष्टि से करता है परमाणु शस्त्रों का विरोधः जवाद ज़रीफ़
विदेशमंत्री ने कहा है कि धार्मिक, नैतिक और रणनीतिक दृष्टि से ईरान पूरी तरह से परमाणु हथियारों का विरोधी है।
जवाद ज़रीफ़ ने शनिवार को ट्वीट करते हुए लिखा है कि इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने बहुत पहले ही ऐलान कर रखा है कि परमाणु हथियार, इस्लामी शिक्षाओं का खुला उल्लंघन हैं। वरिष्ठ नेता का कहना है कि इस आधार पर परमाणु हथियारों की तकनीक की प्राप्ति, उनका भण्डारण और उनका प्रयोग निषेध है। विदेशमंत्री ज़रीफ़ ने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान धार्मिक एवं नैतिक दृष्टि और स्ट्रैटेजिक दृष्टि दोनो हिसाब से परमाणु हथियारों का विरोधी है।
ज्ञात रहे कि इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने 9 अक्तूबर 2019 को मेधावियों और विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी लोगों के साथ भेंट में कहा था कि परमाणु बम को बनाने और उसकी देखरेख पर ईरान पैसा ख़र्च नहीं करेगा। वरिष्ठ नेता ने बताया कि हम इस मार्ग में क़दम आगे बढ़ा सकते हैं किंतु इस्लामी शिक्षाओं के आधार पर हम परमाणु शस्त्रों के प्रयोग को हराम मानते हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए कोई कारण नहीं है कि हम उस काम के लिए पैसा ख़र्च करें जो पूर्ण रूप से हराम है। हालांकि इससे बहुत पहले भी वे यह एलान कर चुके हैं कि इस्लामी शिक्षाओं के आधार पर परमाणु शस्त्र हराम हैं।