इस्राईल के परमाणु हथियारों पर पश्चिम क्यों चुप्पी साधे है? ईरानी विदेशमंत्री
इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्री ने इस्राईल द्वारा परमाणु वॅार हेड ले जाने में सक्षम मिसाइल के परीक्षण का उल्लेख करते हुए इस्राईल के परमाणु शस्त्र भंडार पर युरोप व अमरीका की चुप्पी की आलोचना की है।
विदेशमंत्री जवाद ज़रीफ ने एक ट्वीट में इस बात का उल्लेख करते हुए कि ज़ायोनी शासन ने एक परमाणु मिसाइल का परीक्षण किया है कि जिसका लक्ष्य ईरान था, लिखा कि तीन युरोपीय देश, जर्मनी, ब्रिटेन और फ्रांस तथा अमरीका कभी भी मध्य पूर्व में परमाणु शस्त्र भंडार के बारे में कोई शिकायत नहीं करते जहां एेसे मिसाइल हैं जो परमाणु वॅार हेड ले जाने के लिए बनाए गये हैं लेकिन ईरान के प्रचलित और रक्षा शस्त्रों पर उन्हें परेशानी होने लगती है।
याद रहे इस्राईली मीडिया ने शुक्रवार को बताया है कि सुरक्षा विभाग ने " यरीजू-4" नामक लंबी दूरी के एक मिसाइल का परीक्षण किया है जो परमाणु वॅार हेड ले जाने में सक्षम है।
यह एेसी दशा में है कि इस्राईल, ईरान के मिसाइलों पर हमेशा आपत्ति प्रकट करता है और मिसाइलों की वजह से ईरान के खिलाफ प्रतिबंधों की मांग करता रहता है। हालांकि प्रचलित मिसाइल परीक्षण संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के विपरीत भी नहीं है।
खुफिया जानकारियों के अनुसार इस्राईल के पास 80 सणे 400 तक परमाणु हथियार हो सकते हैं।
इस्राईल ने न केवल यह कि परमाणु ऊर्जा की अंतरराष्ट्रीय एजेन्सी को अपने परमाुण प्रतिष्ठानों के निरीक्षण की अनुमति नहीं दी है बल्कि उसने एनपीटी पर भी हस्ताक्षर नहीं किये हैं। (Q.A.)