ईरान और भारत ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता पर बल दिया
इस्लामी गणतंत्र ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव और भारत के उपराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता की आवश्यकता पर बल दिया है।
ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव अली शमख़ानी ने बुधवार को भारत के उपराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार राजेन्द्र खन्ना से मुलाक़ात में क्षेत्र में अशांति के तत्वों की ओर संकेत करते हुए जिसकी जड़ें साम्राज्यवादी देशों की नीतियों में निहित है,कहा कि आज वर्चस्ववादी व्यवस्था से संघर्ष जिसमें सर्वोपरि अमरीका है, प्रतिष्ठा के मार्ग को जारी रखना है। उनका कहना था कि भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जैसे दुनिया के स्वतंत्रताप्रेमी नेताओं ने राष्ट्रों की स्वतंत्रता और स्वाधीनता के लिए इसी मार्ग का चयन किया था।
ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव ने तेहरान और नई दिल्ली के संबंधों के विस्तार विशेषकर विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों में दोनों देशों के संबंधों को बेहतरीन स्तर पर क़रार दिया और कहा कि दोनों देशों के बीच पायी जाने वाली क्षमताओं को सक्रिय करके क्षेत्र में सहयोग के लिए बेहतरीन आदर्श पेश किया जा सकता है।
इस मुलाक़ात में भारत के उपराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार राजेन्द्र खन्ना ने द्विपक्षीय सहयोग में विस्तार के लिए भारत और ईरान के राष्ट्राध्यक्षों के संकल्प पर बल देते हुए कहा कि भारत, शांतिपूर्ण परमाणु ऊर्जा के प्रयोग के ईरान के हक़ का बचाव करता है और उसका मानना है कि ईरान परमाणु समझौते में अपने समस्त अधिकारों से लाभ उठाए। (AK)