चुनाव में भारी मतदान से , अमरीका के अधिकतम दबाव की शैली को बदला जा सकता है, लारीजानी
(last modified Thu, 20 Feb 2020 04:06:32 GMT )
Feb २०, २०२० ०९:३६ Asia/Kolkata
  • चुनाव में भारी मतदान से , अमरीका के अधिकतम दबाव की शैली को बदला जा सकता है, लारीजानी

इस्लामी गणतंत्र ईरान के संसद सभापति ने कहा है कि जनता को मतदान में विशाल भागीदारी द्वारा संसद की उपयोगितता को बढ़ाना चाहिए।

संसद सभापति डॅाक्टर अली लारीजानी ने कहा है कि मतदान में जनता की भारी उपस्थिति अमरीकियों को, ईरान पर अधिकतम दबाव डालने की अपनी नीति बदलने पर मजबूर कर देगी। 

संसद सभापति ने बुधवार को पत्रकारों से एक वार्ता में इस सवाल का जवाब देते हुए कि अमरीकी क्यों चुनाव पर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं? कहा कि अमरीकियों की समझ में यह आ गया है कि अगर जनता मतदान में भारी उपस्थिति दर्ज कराती है तो उससे देश का प्रभाव बढ़ेगा जबकि वह यह चाहते हैं कि ईरान का प्रभाव कम हो। 

डॅाक्टर अली लारीजानी ने इस बात का उल्लेख करते हुए कि अमरीकियों की यह कोशिश है कि ईरान के संसदीय चुनाव में जनता की उपस्थिति कम से कम हो, कहा कि वह इससे प्रतिबंधों के रूप में ईरान पर दबाव बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि जनता, आगामी चुनाव में अमरीकियों की इच्छा के विपरीत काम करेगी और शुक्रवार को होने वाले मतदान में जनता की चेतना के दृष्टिगत, ईरान को एक बार फिर जनता गौरवशाली बनाएगी और दुश्मन को पछताने पर मजबूर कर देगी। 

याद रहे इस्लमी गणतंत्र ईरान में ग्यारहवां संसदीय चुनाव 208 चुनावी क्षेत्रों में 290 सांसदों के चयन के लिए  शुक्रवार 21 फरवरी को आयोजित होगा  Q.A.

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