सभी देश अमरीका के शत्रुतापूर्ण क़दमों पर अपना रुख़ स्पष्ट करेंः रूहानी
राष्ट्रपति रूहानी ने कहा है कि संसार के सभी देशों को अमरीका के शत्रुतापूर्ण क़दमों पर अपना रुख़ स्पष्ट करना चाहिए।
डाॅक्टर हसन रूहानी ने क़तर नरेश शैख़ तमीम बिन हमद आले सानी से टेलीफ़ोन पर बात करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के दुनिया भर में फैलाव से पैदा होने वाले विशेष हालात में सभी देशों को इस घातक वायरस से मुक़ाबले में एकजुट होना चाहिए और अमरीका की शत्रुतापूर्ण कार्यवाहियों पर अपनी नीति स्पष्ट करनी चाहिए। उन्होंने ईरान के ख़िलाफ़ अमरीका के अत्याचारपूर्ण प्रतिबंधों व अधिकतम दबाव को अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन क़रार दिया और कहा कि अमरीकी अधिकारी, आईएमएफ़ की ओर से ईरान को ऋण दिए जाने में रुकावटें डाल कर मानवीय सिद्धांतों को पैरों तले रौंद रहे हैं।
ईरान के राष्ट्रपति डाॅक्टर हसन रूहानी ने इस टेलीफ़ोनी वार्ता में देश में कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए तैयार किए गए कार्यक्रमों और उठाए गए क़दमों, मरीज़ों के इलाज और इसी तरह आर्थिक, दफ़्तरी व शैक्षिक गतिविधियों के लिए अपनाई गई आवश्यक नीतियों की तरफ़ इशारा किया और कहा कि तेहरान अपने सभी पड़ोसी देशों विशेष कर मित्र व बंधु देश क़तर से इस संबंध में अपने अनुभव साझा करने के लिए तैयार है। उन्होंने इसी तरह यमन पर सऊदी गठजोड़ के हमले , जनसंहार और तबाही जारी रहने पर खेद जताते हुए कहा कि इलाक़े में टिकाऊ सुरक्षा व स्थिरता के लिए क्षेत्रीय देशों के आपसी सहयोग व दोस्ती के अलावा कोई और मार्ग नहीं है। इस टेलीफ़ोनी वार्ता में क़तर नरेश शैख़ तमीम बिन हमद आले सानी ने भी ईरान के ख़िलाफ़ अमरीका के अत्याचारपूर्ण प्रतिबंधों की तरफ़ इशारा करते हुए कहा कि आज दुनिया, विशेष परिस्थितियों में है और अमरीका को अपने प्रतिबंध उठा लेने चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया के सभी देशों को नए हालात के हिसाब से आगे बढ़ना चाहिए।