अमरीका की नीतियों से संघर्ष जारी रखने पर बल
ईरान के उप विदेश मंत्री ने कहा है कि अमरीका की वर्चस्ववादी नीतियों से संघर्ष जारी रहेगा।
सैयद अब्बास इराक़ची ने ईरान टीवी से बात करते हुए कहा कि परमाणु समझौते से ईरान व अमरीका के संबंधों में कोई परिवर्तन नहीं आएगा और इस्लामी गणतंत्र ईरान, अमरीका की वर्चस्ववादी नीतियों का मुक़ाबला करता रहेगा और अमरीकी भी ईरान के साथ अपनी दुश्मनी जारी रखेंगे। उन्होंने ईरानी बैंकों पर से तुरंत प्रतिबंधों की समाप्ति की राह में मौजूद बाधाओं की ओर संकेत करते हुए कहा कि इसका एक महत्वपूर्ण कारण अमरीका की ओर से परमाणु समझौते के बाद भी डाली जाने वाली रुकावटें हैं। इराक़ची ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में अमरीका के कुप्रचारों पर अधिक ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए और ईरान से बैंकिंग संबंधों को बहाल करने के लिए अमरीकियों पर जो दबाव पड़ रहा है, उसके परिणाम सामने आने लगे हैं और अनेक यूरोपीय देशों के बैंकों के साथ ईरान के संबंध बहाल हो रहे हैं।
ईरान के उप विदेश मंत्री और वरिष्ठ परमाणु वार्ताकार सैयद अब्बास इराक़ची ने कहा कि इस्लामी क्रांति के बाद ईरान का एक बड़ा आर्थिक लक्ष्य यह था कि वह स्वयं को डाॅलर पर निर्भरता से मुक्त कर ले और बिना डाॅलर की अर्थव्यवस्था का आधार रखे। उन्होंने कहा कि ईरान के साथ संबंधों में डाॅलर के बजाए अन्य विदेशी मुद्राओं का इस्तेमाल संभव भी है और सभी पक्षों के हित में भी है। (HN)