संयुक्त अरब इमारात, इस्राईल से सुरक्षा नहीं ख़रीद सकताः ज़रीफ़
विदेश मंत्री ने कहा है कि संयुक्त अरब इमारात, सुरक्षा ख़रीदने के लिए इस्राईल से की शरण में गया है जबकि इस्राईल तो ख़ुद अपनी सुरक्षा नहीं कर पा रहा है।
मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने वीडियो लिंक के माध्यम से तेहरान विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में भाषण देते हुए कहा कि ईरान और कुछ समय से इराक़ को छोड़ कर फ़ार्स की खाड़ी के क्षेत्र के सभी देशों को प्रजातंत्र में कमी व अभाव का सामना है और अपने भविष्य के निर्धारण में इन देशों की जनता की भागीदारी न्यूनतम है। उन्होंने कहा कि संसार के अन्य देशों की तुलना में फ़ार्स की खाड़ी के क्षेत्र के अधिकतर देशों में प्रजातंत्र कम है और यह इस क्षेत्र के राष्ट्रों के लिए समस्या व अवगुण समझा जाता है।
ईरान के विदेश मंत्री ने बल देकर कहा कि दक्षिणी फ़ार्स की खाड़ी के लगभग सभी देशों के अपने पड़ोसी देशों के साथ सीमा संबंधी मतभेद और विवाद हैं और इसके अलावा अरब देशों को, ग़ैर अरब देशों से भी समस्या है। मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि भुगोल, जनसंख्या और प्राकृतिक स्रोतों में असमानता भी क्षेत्र की गंभीर चुनौतियों में शामिल है जिसकी वजह से कुछ देश स्रोतों की प्राप्ति के लिए अपने पड़ोसी देशों पर हमले कर रहे हैं।
ईरान के विदेश मंत्री ने अपने इस भाषण में ईरान के ख़िलाफ़ हथियारों के प्रतिबंधों की समय सीमा बढ़ाने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद में अमरीका की ओर से पेश किए गए प्रस्ताव की हार की तरफ़ भी इशारा किया और कहा कि अमरीका की यह हार अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में आने वाले बदलाव का नतीजा है। उन्होंने इसी तरह संयुक्त अरब इमारात और इस्राईल के बीच संबंध स्थापना के लिए हुए शर्मनाक समझौते की तरफ़ इशारा करते हुए कहा कि इमारात इसके माध्यम से इस्राईल से अपने लिए सुरक्षा ख़रीदना चाह रहा है लेकिन यह उसकी बड़ी ग़लती है क्योंकि इस्राईल अपनी ही सुरक्षा सुनिश्चित नहीं बना पा रहा है। (HN)
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