ज़ायोनी शासन को अधिक समय तक सहन नहीं किया जा सकताः क़ालीबाफ़
मुहम्मद बाक़र क़ालीबाफ़ का कहना है कि मुस्लिम देश अगर अपने दायित्वों का निर्वाह सही ढंग से करें तो दुश्मनों के प्रयासों को विफल बनाया जा सकता है।
ईरान के संसद सभापति ने कहा है कि क्षेत्र अब ज़ायोनी शासन को सहन करने को तैयार नहीं है। मुहम्मद बाक़र क़ालीबाफ़ ने तेहरान में इराक़ के भूतपूर्व प्रधानमंत्री नूरी मालेकी के साथ मुलाक़ात में कुछ अरब देशों द्वारा अवैध ज़ायोनी शासन के साथ संबन्ध सामान्य करने की ओर संकेत किया। उन्होंने कहा कि अगर इस्लामी देशों के अधिकारी, अपने दायित्वों का उचित ढंग से निर्वाह करते तो निःसन्देह, शत्रुओं के षडयंत्र विफल हो जाते।
इस भेंटवार्ता में नूरी मालेकी ने ईरान द्वारा इराक़ का समर्थन किये जाने पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इस्लामी गणतंत्र ईरान की नीतियों के कारण प्रतिरोध के मोर्चे ने शत्रुओं के मुक़ाबले में कड़ा संघर्ष किया। नूरी मालेकी का कहना था कि अवैध ज़ायोनी शासन को वैधता दिये जाने की प्रक्रिया के मुक़ाबले में एकजुट होने की ज़रूरत है।