क्षेत्र में आतंकवादी गुटों की उपस्थिति, चिंता का विषयः रूहानी
ईरान और रूस के राष्ट्रपतियों ने क्षेत्र में आतंकवादी गुटों की उपस्थिति पर चिंता व्यक्त की है।
डाक्टर हसन रूहानी और विलादिमीर पुतीन ने शनिवार को टेलिफोन पर बात की। ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि तेहरान और माॅस्को के लिए आज़रबाइजान तथा आर्मीनिया के बीच झड़प, बहुत ही चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि इस तनाव में तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप इस संकट के फैलने का कारण बनेगा।
हसन रूहानी ने क़राबाख़ से संबन्धित झड़पों में कुछ आतंकवादी गुटों की उपस्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि यह उपस्थिति रूस और ईरान सहित पूरे क्षेत्र के लिए बहुत ख़तरनाक है। उन्होंने रूस की ओर से आर्मीनिया तथा आज़रबाइजान गणराज्य के बीच कराए गए संघर्ष विराम की सराहना करते हुए इस बहुत महत्वपूर्ण बताया।
एक घण्टे तक चलने वाली इस टेलिफोनी वार्ता में रूस के राष्ट्रपति ने संघर्ष विराम कराने के बारे में माॅस्को की ओर से उठाए जाने वाले क़दमो का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि क़रबाख़ के संबन्ध में ईरान का दृष्टिगत रूस के लिए विशेष महत्व रखता है।
ज्ञात रहे कि इससे पहले राष्ट्रपति रूहानी इस बात पर बल दे चुके हैं कि हम अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में आतंकवादियों की उपस्थिति की अनुमति नहीं देंगे। हसन रूहानी ने कहा कि ईरान इस बात की बिल्कुल भी इजाज़त नहीं देगा कि कुछ लोग अलग-अलग बहानों से उन आतंकियों को ईरान के सीमावर्ती इलाक़ों में ले आएं जिनसे ईरान लम्बे समय तक सीरिया में लड़ चुका है। कहा कि जो लोग इस युद्ध को अधिक भड़काने की कोशिश में हैं, उन्हें यह बात याद रखनी चाहिए कि युद्ध जारी रहना किसी के भी हित में नहीं है।