अन्तर्राष्ट्रीय अधिकारों के समर्थन में राष्ट्रसंघ के क्रियाकलाप प्रभावहीन रहेः जवाद ज़रीफ़
ईरान के विदेशमंत्री का कहना है कि अन्तर्राष्ट्रीय अधिकारों के समर्थन में राष्ट्रसंघ के क्रियाकलाप प्रभावी नहीं रहे।
जवाद ज़रीफ़ ने मंगलवार को कहा कि ईरान पर थोपे गए युद्ध के दौरान ईरानी राष्ट्र के अधिकारों की सुरक्षा में संयुक्त राष्ट्रसंघ ने ढिलाई से काम लिया। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि अन्तर्राष्ट्रीय अधिकारों के समर्थन में राष्ट्रसंघ के क्रियाकलाप प्रभावी नहीं रहे।
एक कांफ़्रेंस को संबोधित करते हुए ईरान के विदेशमंत्री ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय संगठन सत्ता को परिवर्तित नहीं करते बल्कि अपने प्रयासों और हथकंडों से वे सत्ता को नियंत्रित रखते हैं। जवाद ज़रीफ़ का कहना था कि ईरान पर सद्दाम का सैन्य आक्रमण, अन्तर्राष्ट्रीय नियमों का खुला उल्लंघन था। उन्होंने कहा कि यह हमला, विस्तारवाद को दृष्टिगत रखकर किया गया था जिसे हर हिसाब से अतिक्रमण ही कहा जाएगा। जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि बासी शासन ने आवासीय क्षेत्रों को नष्ट करने के उद्देश्य से ही कई क्षेत्रों पर आक्रमण किये थे। उन्होंने कहा कि यह सब खुला हुआ युद्ध अपराध है।