Pars Today
कश्मीर की अपनी पार्टी ने जहां सभी राजनीतिक पार्टियों पर झूठ की राजनीति करने का आरोप लगाया है वहीं रमज़ान के पवित्र महीने में कश्मीर में बिजली की ख़राब व्यवस्था को लेकर आम लोगों में काफ़ी ग़ुस्सा देखने को मिल रहा है।
पाकिस्तान, भारत के साथ बातचीत में तीसरे पक्ष की मध्यस्थता पर राज़ी है, लेकिन उसने साथ ही जम्मू-कश्मीर विवाद को अंतर्राष्ट्रीय क़ानून के तहत हल करने पर बल दिया है।
भारत प्रशासित कश्मीर में जम्मू कश्मीर पीपल्ज़ डेमोक्रेटिक फ़्रन्ट के अध्यक्ष हकीम अहमद यासीन ने कश्मीर के विशेषाधिकार को शांतिपूर्ण तरीक़े से दोबारा हासिल करने का संकल्प लिया है।
उन्होंने सभी राजनैतिक दलों, ख़ास तौर पर केन्द्र के सत्ताधारी दल के साथ मिल बैठकर इस मुश्किल का हल निकालने का सुझाव दिया है। दूसरी ओर जम्मू कश्मीर में कोरोना के अचानक बढ़ते केस के मद्देनज़र स्मार्ट तालाबंदी पर ग़ौर किया जा रहा है।
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की दोबारा शुरूआत से उम्मीद की बड़ी किरण पैदा हुयी है। इसे जनता और अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों की ओर से ज़रूर समर्थन मिलना चाहिए।
हुर्रियत कान्फ़्रेंस की सभी अलगाववादी नेताओं की रिहाई की मांग, कश्मीर के सुहाने मौसम और प्रधान मंत्री की ओर से जन औषधि योजना की व्याख्या
भारत प्रशासित कश्मीर के लेफ़्टिनंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने कश्मीर को तरक़्क़ी के मार्ग पर ले जाने का वादा किया, हिंसा के क्रम में एक छापामार हताहत हुआ और भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम से जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती इलाक़ों में लोग चैन की सांस ले रहे हैं।
भारत प्रशासित कश्मीर के नेताओं उमर अबदुल्लाह, महबूबी मुफ़्ती और अल्ताफ़ बुख़ारी और कम्युनिस्ट पार्टी सहित दूसरी पार्टियों ने भी कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस देने की मांग की है।
पाकिस्तान के प्रधान मंत्री ने भारत से एक बार फिर कश्मीर में धारा-370 को बहाल करने की मांग की है।
भारत प्रशासित कश्मीर में कोविड-19 का टीका लगने की शुरुआत हो गयी है और श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर स्थित गिरे हुए पुल का निर्माण कार्य जारी है। कल तक बन कर तय्यार होने की प्रबल संभावना है।