भारत के कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि कृषि क़ानून फिर लाए जाएंगे।
भारत की केन्द्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि तीन विवादास्पद कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ लगभग एक साल तक हुए किसानों के आंदोलन के दौरान एक भी किसान की मृत्यु पुलिस कार्यवाही के फलस्वरूप नहीं हुई।
बीजेपी के केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने किसान संघों की ओर से प्रदर्शन स्थगित करने का स्वागत किया है।
भारतीय किसान महासभा ने एलान किया है कि केन्द्र सरकार, किसान मोर्चे में फूट डालने के प्रयास कर रही है।
भारत लोकसभा के बाद अब राज्यसभा से भी कृषि क़ानूनों की वापसी का विधेयक पारित हो गया है।
राकेश टिकैत ने कहा है कि मोदी सरकार जो गुंडागर्दी करना चाहती है वह उनकी अब नहीं चलेगी।
भारत के संयुक्त किसान मोर्चा के ऐलान किया है कि 29 नवम्बर को संसद की ओर प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली नहीं की जाएगी लेकिन बिना एमएसपी के हम पीछे नहीं हटेंगे।
तीन कृषि कानूनों के विरोध की पहली वर्षगांठ मनाने के लिए बहुत बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर एकत्रित हुए हैं।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विवादित तीन कृषि क़ानूनों को वापस लेने की घोषणा के बाद उन्नाव के भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि क़ानून दोबारा बन जाएंगे।
संयुक्त किसान मोर्चे की ओर से ऐलान किया गया है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारेंटी के बिना किसान आन्दोलन समाप्त नहीं होगा।