Pars Today
बहरैन की जेलों में क़ैद धर्मगुरुओं और विद्वानों ने पोप फ्रांसिस को संबोधित करते हुए अपने बयान में कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि वह बहरैन की अपनी आगामी यात्रा के दौरान सच बोलेंगे और अपने विवेक की आवाज़ सुनते हुए उसका जवाब देंगे।
बहरैन की अल-विफ़ाक़ पार्टी ने एक बयान जारी करके जेल में बंद पार्टी के महासचिव शेख़ अली समलमान को तुरंत आज़ाद किए जाने की मांग की है।
बहरैनी जनता ने देश के विभिन्न शहरों में प्रदर्शन करके अलवेफ़ाक़ पार्टी के प्रमुख शैख़ अली सलमान से सहृदयता व्यक्त किया और उनके विरुद्ध आले ख़लीफ़ा सरकार की दिखावटी अदालत के फ़ैसले की निंदा की है।
बहरैन में आले ख़लीफ़ा शासन ने धर्मगुरु शैख़ अली सलमान पर नया इल्ज़ाम लगाते हुए 21 जून को उनके खिलाफ़ आदेश जारी करने की तारीख़ तय की है।
बहरैन में आले ख़लीफ़ा शासन की दिखावटी अदालत में आज सोमवार को इस देश की जमईयते अलवेफ़ाक़ इस्लामी पार्टी के महासचिव के ख़िलाफ़ सुनवायी होने जा रही है।
बहरैन के सर्वेच्च न्यायालय ने अलवेफ़ाक़ पार्टी के महासचिव की सज़ा रद्द कर दी है।
बहरैन में वरिष्ठ शिया धर्मगुरु शैख़ ईसा क़ासिम के समर्थन और इस देश में प्रजातंत्र की स्थापना के लिए सक्रिय कार्यकर्ताओं के जारी दमन के ख़िलाफ़ जनता का प्रदर्शन जारी है।
बहरैन के अलवेफ़ाक़ राष्ट्रीय दल के जेल में क़ैद महासचिव ने बल दिया है कि जब तक इस देश में प्रजातंत्र क़ायम नहीं होता उस वक़्त तक शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी रहेगा।
बहरैन की एक अदालत ने अलवेफ़ाक़ पार्टी के प्रमुख शैख़ अली सलमान को नौ साल की सज़ा सुनाई है।
बहरैन की अदालत ने इस देश के सबसे बड़ी क्रांतिकारी आंदोलन के नेता की जेल की सज़ा रद्द कर दी है।