ईरान का कहना है कि अमरीका, लोकतंत्र और मानवाधिकारों का बखान करने की पोज़ीशन में नहीं है।
ग़रीबाबादी ने कहा है कि वास्तव में मानवाधिकारों के मुख्य उल्लंघनकर्ता वे ही हैं जो इसके ध्वजवाहक हैं।
आज से 34 वर्ष पूर्व आज के दिन 12 तीर सन 1367 हिजरी शम्सी बराबर 3 जूलाई 1988 को ईरान के यात्री विमान पर अमरीकी हमले में 290 लोगों की शहादत हो गई थी।
ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई ने न्यायपालिका प्रमुख और अधिकारियों के साथ मुलाक़ात में कहा है कि दुश्मनों के मुक़ाबले में डट जाने का नतीजा, सफलता और प्रगति है।