Dec २४, २०२२ १८:१६
भारत की केंद्र सरकार ने संसद को बताया कि भारत और श्रीलंका के बीच के क्षेत्र की सैटेलाइट तस्वीर में जहां पौराणिक राम सेतु के अस्तित्व की बात कही जाती है, द्वीप और चूना पत्थर वाले उथले किनारे नजर आते हैं लेकिन उन्हें ‘निर्णायक तौर पर’पुल के अवशेष नहीं कहा जा सकता है।