यूनान और तुर्किए के बीच कभी भी हो सकता है युद्ध
तुर्किए के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोग़ान ने यूनान को धमकी दी है कि अगर यूनान ने उनके जहाज़ों को डराने का क्रम बंद नहीं किया तो उसे भारी क़ीमत चुकानी होगी।
तुर्किए और यूनान के बीच सीमावर्ती विवाद बहुत पुराना है। 1974 में साइप्रस के विभाजन और भूमध्य सागर में तेल मिलने के बाद से दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव बढ़ता ही जा रहा है और दोनों ही देश कई बार युद्ध के दहाने पर पहुंच चुके हैं।
पिछले रविवार की शाम यूनानी मीडिया ने तुर्की के एक युद्धक विमान और एक ड्रोन विमान को इन्टरसेप्ट करने की सूचना दी थी।
अर्दोग़ान ने यूनानी एस-300 एयर डिफ़ेंस सिस्टम की ओर से तुर्की के एक जहाज़ को निशाना बनाने और लक्ष्य को लाक करने के मामले पर उसे एक ख़तरनाम कार्यवाही क़रार दिया था।
यूनान ने कड़ाई से तुर्की के इन आरोपों का खंडन किया था कि उसके एस-300 सिस्टम ने तुर्की के एफ़-16 विमान को निशाना बनाने का प्रयास किया था।
तुर्की का दावा है कि यूनान भूमध्य सागर के द्वीपों पर अपनी सेनाएं तैनात कर रहा है जो पहले और दूसरे विश्व युद्ध के दौरान किए गये समझौतों का उल्लंघन है। (AK)
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