बहरैन के दिखावटी चुनाव का बहिष्कार...
बहरैन के सीनियर नेता आयतुल्लाह शैख़ ईसा क़ासिम ने जनता से चुनाव का बहिष्कार करने की अपील की है।
उन्होंने टेलीवीजन से सीधे प्रसारित होने वाले अपने संबोधन में शनिवार को संसदीय और नगरपालिका चुनाव में जनता की भागीदारी को विश्वासघात क़रार दिया।
उन्होंने कहा कि अगर चुनाव में भरपूर ढंग से भाग लिया गया तो यह हमारी पराजय के समान होगा।
आयतुल्लाह शैख़ ईसा क़ासिम ने कहा कि बहरैन की संसद, सरकार के फ़ायदे और जनता के नुक़सान में है क्योंकि यह संसद जनता पर अत्याचार और जनता को दीवार से लगाने के हथकंडे में बदल गयी है।
बहरैन के 14 फ़रवरी नामक क्रांतिकारी गठबंधन ने भी आले ख़लीफ़ा सरकार के दिखावटी संसदीय और नगरपालिका चुनावों के बहिष्कार किए जाने का स्वागत किया है और साथ ही बहरैन के विभिन्न दलों और गुटों की ओर से प्रदर्शन और संयुक्त कार्यवाही करने की सराहना की है।
12 नवम्बर को होने वाले तथाकथित संसदीय चुनाव के विरुद्ध देश के विभिन्न शहरों और क़स्बों में प्रदर्शनों और हड़तालों का क्रम जारी है और इस देश के अधिकतर लोगों ने चुनाव के पूर्ण बहिष्कार पर बल दिया है। (AK)