होंडुरास के राष्ट्रपति चुनावों में ट्रंप का हस्तक्षेप, क्या मकसद है?
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30 नवंबर को होने वाले चुनावों से ठीक पहले, होंडुरास भीषण प्रतिस्पर्धा, धांधली के आरोप, राजनीतिक तनाव और अमेरिका के खुले हस्तक्षेप का सामना कर रहा है। ये चुनाव इस देश के आर्थिक और सुरक्षा भविष्य, और शायद मध्य अमेरिका में विदेशी प्रभाव के संतुलन को बदल सकते हैं।
(last modified 2025-11-30T13:19:57+00:00 )
Nov ३०, २०२५ १८:४६ Asia/Kolkata
  • होंडुरास के राष्ट्रपति चुनावों में ट्रंप का हस्तक्षेप, क्या मकसद है?
    होंडुरास के राष्ट्रपति चुनावों में ट्रंप का हस्तक्षेप, क्या मकसद है?

30 नवंबर को होने वाले चुनावों से ठीक पहले, होंडुरास भीषण प्रतिस्पर्धा, धांधली के आरोप, राजनीतिक तनाव और अमेरिका के खुले हस्तक्षेप का सामना कर रहा है। ये चुनाव इस देश के आर्थिक और सुरक्षा भविष्य, और शायद मध्य अमेरिका में विदेशी प्रभाव के संतुलन को बदल सकते हैं।

लगभग 10 लाख आबादी वाला मध्य अमेरिकी देश होंडुरास 30 नवंबर, 2025 को अपने आम चुनाव देखने जा रहा है, जो इस गरीब देश के राजनीतिक और आर्थिक रास्ते को आने वाले वर्षों के लिए तय कर सकता है। इन चुनावों में राष्ट्रपति, 128 राष्ट्रीय कांग्रेस सदस्यों, 298 मेयर और 2000 से अधिक नगर पालिका सदस्यों का चुनाव शामिल है।

 

इलाके के कई देशों के उलट, होंडुरास में पहले दौर की प्रणाली है, यानी जो उम्मीदवार सबसे ज्यादा वोट हासिल करेगा, बिना पूर्ण बहुमत के, विजेता घोषित कर दिया जाएगा। होंडुरास में लगभग 6.5 मिलियन मतदाता हैं और पिछले चुनाव (2021) में मतदान दर लगभग 69% थी।

 

लेकिन ये चुनाव एक घरेलू प्रतियोगिता से कहीं आगे है; धांधली के आरोप, सड़कों पर विरोध, सेना का हस्तक्षेप और खासकर संयुक्त राज्य अमेरिका का दबाव, माहौल को तनावपूर्ण बना रहा है।

 

होंडुरास के मतदाताओं के लिए मुख्य मुद्दे गरीबी, आपराधिक गिरोहों की हिंसा, सरकारी भ्रष्टाचार और प्रवासन जैसी पुरानी चुनौतियाँ हैं। वर्तमान सरकार, शिवमारा कास्त्रो की, जो वामपंथी लिबर्टी एंड रिफाउंडेशन (LIBRE) पार्टी से हैं, 2021 से सत्ता में हैं और उन्होंने गरीबी कम करने और सुरक्षा में सुधार के मामले में प्रगति की है, लेकिन संविधान उन्हें दोबारा चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं देता।

 

मुख्य तिकड़ी की प्रतिस्पर्धा तीन प्रमुख उम्मीदवारों के बीच है। रिक्सी मोंकाडा, 60 वर्ष, कास्त्रो की कैबिनेट में पूर्व वित्त और रक्षा मंत्री, LIBRE पार्टी की उम्मीदवार के रूप में वामपंथी नीतियों को जारी रखने पर केंद्रित हैं, यानी रोजगार सृजन, भ्रष्टाचार से लड़ना और सामाजिक सेवाओं को मजबूत करना। TResearch जैसे ताजा सर्वेक्षण उन्हें 44% समर्थन के साथ सबसे आगे दिखाते हैं, हालांकि प्रतिद्वंद्वी इन आंकड़ों पर सवाल उठा रहे हैं।

 

साल्वाडोर नासराला, टेलीविजन होस्ट और लिबरल पार्टी के अनुभवी राजनीतिज्ञ, जो 2022 में कास्त्रो के उपराष्ट्रपति थे लेकिन उन्होंने इस्तीफा दे दिया था, आर्थिक सुधारों और भ्रष्टाचार विरोध पर जोर दे रहे हैं और कुछ सर्वेक्षणों में उन्हें 19.6% समर्थन हासिल है।

 

नासरी "टीटो" आसफूरा, 67 वर्ष, लेबनानी मूल के व्यवसायी और टेगुसिगाल्पा के पूर्व मेयर, जो कंजर्वेटिव नेशनल पार्टी से हैं, बुनियादी ढांचे के विकास, सुरक्षा और निवेश आकर्षित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

 

सेना और चुनावी परिषद के हस्तक्षेप के आरोपों ने होंडुरास में चिंता बढ़ा दी है। इन सबके बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का सीधा हस्तक्षेप होंडुरास के राष्ट्रपति चुनाव में सबसे प्रमुख विदेशी तत्व बन गया है।

 

ट्रंप ने 26 नवंबर, 2025 को, अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रूथ सोशल' के जरिए, सार्वजनिक रूप से आसफूरा का समर्थन किया और उन्हें "होंडुरास में आजादी का एकमात्र सच्चा दोस्त" बताया।

 

उन्होंने वादा किया कि अगर आसफूरा जीतते हैं, तो अमेरिका वित्तीय सहायता और सुरक्षा सहयोग सहित "व्यापक समर्थन" प्रदान करेगा, लेकिन चेतावनी दी: "अगर वह नहीं जीते, तो अमेरिका अपनी मेहनत की कमाई गलत हाथों में नहीं देगा, क्योंकि गलत नेता के भयानक नतीजे हो सकते हैं।"

 

ट्रंप ने इसी संदेश में उसी समय जुआन ओरलैंडो हर्नांडेज, होंडुरास के पूर्व राष्ट्रपति, जिन्हें कोकीन तस्करी के आरोप में अमेरिका में 45 साल की जेल हुई है, को पूरी तरह से माफी देने की घोषणा की और लिखा कि हर्नांडेज के साथ "बहुत कठोर और अन्याय" हुआ है।

 

इस समर्थन के पीछे ट्रंप की वाम-विरोधी विदेश नीति है। ट्रंप ने आसफूरा को मादक पदार्थों की तस्करी के नेटवर्क से निपटने के लिए एक साथी के रूप में पेश किया है। हर्नांडेज के राष्ट्रपति काल के दौरान होंडुरास की नेशनल पार्टी की वाशिंगटन के साथ सुरक्षा के मामले में घनिष्ठ सहयोग था, हालांकि खुद हर्नांडेज पर मादक पदार्थों की तस्करी का आरोप लगा और वह अमेरिका में जेल में हैं।

 

दूसरी ओर, ट्रंप ने मोंकाडा को "कम्युनिस्ट" और नासराला को "कम्युनिस्ट होने की कगार पर" बताया है, और चेतावनी दी है कि होंडुरास "अगला वेनेजुएला" बनने के खतरे में है।

 

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के इस खुले हस्तक्षेप के दोहरे नतीजे हो सकते हैं। एक तरफ, ट्रंप का समर्थन आसफूरा की जीत की संभावना बढ़ा सकता है, क्योंकि कुछ मतदाता पहले से हे इस बात को लेकर चिंतित हैं कि अगर ट्रंप के पसंदीदा उम्मीदवार चुनाव हार गए तो अमेरिका नाराज हो जाएगा।

 

वहीं दूसरी ओर, ट्रंप के खुले हस्तक्षेप से कई होंडुरास मतदाताओं के राष्ट्रीय गौरव को ठेस पहुंच सकती है और उनमें से कुछ आसफूरा से दूरी बना सकते हैं।

 

इसके अलावा, ट्रंप द्वारा हर्नांडेज को माफी ने होंडुरास के अंदर और बाहर भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ताओं का गुस्सा भड़काया है, और संभव है कि आखिरकार, ये हस्तक्षेप आसफूरा के प्रतिद्वंद्वियों के फायदे में हों। इसलिए कहा जा सकता है कि 30 नवंबर, 2025 का होंडुरास का चुनाव न सिर्फ इस देश में आंतरिक लोकतंत्र की परीक्षा है, बल्कि होंडुरास में विदेशी राजनीतिक प्रभाव की सीमा को मापने के लिए भी एक महत्वपूर्ण परीक्षा मानी जा रही है। (AK)

 

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