ग़ज़्ज़ा के सैन्य अभियान में पराजित होते ज़ायोनी
ज़ायोनी, उत्तरी और दक्षिणी ग़ज्ज़ा में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। इस प्रयास में उनके कई सैनिक मारे गए हैं।
फ़िलिस्तीन के प्रतिरोध कर्ताओं और ज़ायोनियों के बीच 26वें दिन भी युद्ध जारी रहा। ज़ायोनी अब उत्तरी और दक्षिणी ग़ज्ज़ा में घुसने की कोशिश कर रहे हैं जिसमें उनके कई सैनिक मारे गए और सैन्य वाहन ध्वस्त हो गए। प्रतिरोधक गुटों ने मिसाइल हमले फिर से शुरू कर दिये हैं।
अवैध ज़ायोनी शासन के युद्धमंत्री ने यह बात स्वीकार की है कि हमास के साथ झड़पों में इस्राईल के कई सैनिकों का मारा जाना इस शासन पर बहुत गहरी चोट है। मंगलवार से आज तक ग़ज़्जा में कम से कम 11 इस्राईली सैनिक मारे गए हैं। इस दौरान 17 ज़ायोनी फौजी बुरी तरह से घायल हो गए जिनमें 4 की स्थति चिंताजनक बताई गई है। इसी बीच ज़ायोनी सेना ने झड़प में मरने वाले अपने सैनिकों की संख्या 9 बताई है।
इसी बीच हआरेत्स समाचारपत्र ने लिखा है कि उत्तरी ग़ज़्ज़ा में राकेट का निशाना बनकर 9 इस्राईली सैनिक मारे गए। ग़ज़्ज़ा युद्ध के आरंभ से अबतक 326 इस्राईली सैनिक मारे जा चुके हैं। उधर इज़ज़ुद्दीन क़स्साम ब्रिगेड के प्रवक्ता ने 20 ज़ायोनी बक्तरबंद गाड़ियों के नष्ट हो जाने की सूचना दी है। इन बातों से यह समझ में आता है कि ग़ज़्ज़ा युद्ध में मरने वाले इस्राईली सैनिकों की संख्या उससे बहुत ज़्यादा है जितनी आधिकारिक तौर पर बताई जा रही है।
हमास के अलअक़सा तूफान आपरेशन से होने वाली अपनी जगहंसाई से खिसियाए ज़ायोनी, ग़ज़्ज़ा पर हमले करके निर्दोष फ़लिस्तीनियों की हत्याएं कर रहे हैं। मरने वालों में बहुत बड़ी संख्या में बच्चे शामिल हैं। ज़ायोनियों ने ग़ज़्ज़ा पर चारों ओर से हमले आरंभ कर रखे हैं। इन पाश्विक हमलों के कारण बहुत से लोग इमारतों में मलवे में दबकर मर रहे हैं। फ़िलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि केवल जिबालिया शरणार्थी शिविर में 4000 से अधिक फ़िलिस्तीनी शहीद और घायल हो चुके हैं। यहां के बहुत से लोग अभी भी बमबारी की जाने वाली इमारतों के मलवे में दबे हुए हैं जिनको निकाला नहीं जा सका है।
फ़िलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि तेल पैदा करने वाले देशों में रहने वाले अपने भाइयों से हम मांग करते हैं कि वे हमारे लिए ईंधन की आपूर्ति का प्रबंध करें। पिछले कुछ दिनों से ग़ज़्ज़ा में इंटरनेट कटा हुआ है। ग़ज़्ज़ा पर इस्राईल के चौतरफ़ा हमलों में पिछले 26 दिनों के दौरान कम से कम तीस हज़ार लोग हताहत और घायल हो चुके हैं। इन हमलों में दस लाख से अधिक फ़िलिस्तीनी बेघर होकर भटक रहे हैं। इसी बीच भविष्य में ग़ज़्ज़ा के संचालन और ग़ज़्जा वासियों को जबरदस्ती मिस्र के सीना मरूस्थल में ढकेलने के बारे में जो बातें की जा रही हैं वे कोई नई नहीं हैं बल्कि या योजना पहले से बनाई जा चुकी थी। यहअलअक़सा आपरेशन की प्रतिक्रिया नहीं है बल्कि अलअक़सा आपरेशन ने तो इसके क्रियान्वयन में थोड़ा विलंब करवाया है।