ग़ज़्ज़ा के भूखे बच्चों का मज़ाक़ उड़ाती फ़्रांसीसी पत्रिका
फ़्रांसीसी पत्रिका लिबरासियून ने ग़ज़्ज़ा में रमज़ान के दौरान फ़िलिस्तीने के भूखे बच्चों का मज़ाक़ उड़ाया है।
लिबरासियून ने एक कार्टून प्रकाशित किया है जिसमें एक फ़िलिस्तीनी महिला को एक एसे भूखे बच्चे के निकट बैठे दिया है जिसकी ज़बान भूख की वजह से मुंह से बाहर दिखाई दे रही है।
इसी के साथ एक आदमी को ग़ुस्से में दिखाया जा रहा है जिसके मुंह से पानी बह रहा है और जो एसे चूहे के पीछे दौड़ रहा है जिसमें मुंह में हड्डी है।
यह व्यक्ति चूहे के मुंह से हड्डी छीनना चाहता है लकिन महिला उस व्यक्ति से कहती है कि सूरज डूबने से पहले यह काम न करो। उसका उद्देश्य मग़रिब की नमाज़ का वक़्त है जिस समय मुसलमानों में इफतार किया जाता है।
फ्रांस की लिबरासियून पत्रिका का एडिटर, डाओ आलफोन है जो पहले इस्राईल की गुप्तचर सेवा की एक इकाई के लिए काम करता था। यह पत्रिका, इस्राईली मूल के फ्रांसीसी अरबपति पातरीक दिरही की है।
कुछ लोग इस कार्टून को फ़्रांस में इस्लामोफोबिया के उदाहरण के रूप में देखते हैं जबकि कुछ पश्चिम पर दोहरा मानदंड अपनाने का आरोप लगाते हैं।