इस्राईल में अराजकता, क्या इस्राईल में आतंरिक युद्ध की आशंका है?
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पार्स टुडे - इज़राइल की डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता "याइर गोलन" का कहना है कि इज़राइल के अस्तित्व के लिए सबसे गंभीर ख़तरा ईरान या यमन से नहीं, बल्कि ज़ायोनी कालोनियों में रहने वालों से है।
(last modified 2025-07-14T12:32:07+00:00 )
Jul १४, २०२५ १७:५९ Asia/Kolkata
  • इस्राईल में अराजकता, क्या इस्राईल में आतंरिक युद्ध की आशंका है?
    इस्राईल में अराजकता, क्या इस्राईल में आतंरिक युद्ध की आशंका है?

पार्स टुडे - इज़राइल की डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता "याइर गोलन" का कहना है कि इज़राइल के अस्तित्व के लिए सबसे गंभीर ख़तरा ईरान या यमन से नहीं, बल्कि ज़ायोनी कालोनियों में रहने वालों से है।

पार्स टुडे की रिपोर्ट के अनुसार पिछले जून के अंत में एक अजीब और अभूतपूर्व घटना में, ज़ायोनी कालोनियों में रहने वालों ने इज़राइली पुलिस के साथ झड़प की, जिसने इज़रायल के भीतर हलचल मचा दी। हिब्रू वेबसाइट "वल्ला" ने इस झड़प के बारे में अपनी रिपोर्ट में लिखा ऐसा प्रतीत होता है कि ज़ायोनी कालोनियों में रहने वाले इज़राइल के अस्तित्व के लिए सबसे ख़तरनाक ख़तरा बनते जा रहे हैं। ज़ायोनी राजनीतिक हलकों, जिसमें राजनीतिक दल भी शामिल हैं, ने पहली बार इस घटना को ज़ायोनी आतंकवाद क़रार दिया है।

 

राजनीतिक हलकों में सदमा और विरोधाभासी रुख

 

ज़ायोनी कालोनीवासियों की पुलिस और सेना के साथ हिंसक झड़पों ने इज़राइल के राजनीतिक और पार्टीगत हलकों में तूफान ला दिया है। हालांकि इन घटनाओं ने सभी को स्तब्ध कर दिया है लेकिन समर्थकों और विरोधियों के बीच विरोधाभासी प्रतिक्रियाओं ने इज़राइली समाज में मौजूद आंतरिक मतभेदों और दरारों को और गहरा कर दिया है।

 

नेतन्याहू और उनके रक्षा मंत्री ने इस घटना को महत्वहीन बताने और नजरअंदाज़ करने की कोशिश की, जबकि वित्त मंत्री बेजालेल स्मोत्रिच ने सेना और पुलिस की बस्तीवासियों के साथ झड़प की निंदा की। राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बेन-गवीर ने पुलिस और सुरक्षा बलों पर हमले को लाल रेखा बताते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की - एक रुख जिससे इज़रायली विदेश मंत्री भी सहमत थे।

 

बस्तीवासियों और सेना के बीच बढ़ते टकराव की प्रवृत्ति

 

हालांकि अधिकृत क्षेत्रों में बस्तीवासियों का सेना और पुलिस के साथ टकराव कोई असामान्य या अपवादस्वरूप घटना नहीं है लेकिन इसे ख़तरनाक बनाता है इसका लगातार बढ़ना और तीव्र होना। इस मुद्दे ने ज़ायोनी हलकों में खलबली मचा दी है - न कि इसलिए कि ये बस्तीवासी फिलिस्तीनियों और उनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्कि इसलिए कि ये हमले स्थिति को सेना और सुरक्षा बलों के नियंत्रण से बाहर कर रहे हैं। mm